शिक्षकों ने बौद्धिक संपदा अधिकार को बताया उपयोगी
कानपुर, प्रदीप शर्मा - डीबीएस कॉलेज कानपुर में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय एवं छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को शिक्षकों के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर अनिल कुमार मिश्रा ने किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में अनुसंधान और नवाचार से जुड़े शिक्षकों के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार आईपीआर की जानकारी आवश्यक है। यह कार्यशाला शिक्षकों को उनके शोध नवाचार और अकादमिक उपलब्धियां को कानूनी रूप से सुरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करेगी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता असिस्टेंट डीन दिव्यांश शुक्ला एवं नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने पेंटेड
कॉपीराइट ट्रेडमार्क जैविक शोध पेंटेटिंग पारंपरिक ज्ञान संरक्षण और अकादमी नवाचारों की कानूनी सुरक्षा जैसे विषयों पर जानकारी दी उन्होंने शोधकर्ताओं और शिक्षकों को अपने नवीन विचारों को पेटेंट करने की आवश्यकता एवं इसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में विज्ञान कला और वाणिज्य की संकायों के शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर इंद्राणी दुबे एवं डॉक्टर अनुपम दुबे कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए कहा कि यह पहल शिक्षकों और उनके बौद्धिक योगदान को संरक्षित करने में सहायता करेगी। आइक्यूएसी संयोजक प्रोफेसर के के श्रीवास्तव ने कहा कि डीबीएस कॉलेज शिक्षकों को नवाचार और शोध के लिए निरंतर प्रोत्साहित कर रहा है यह कार्यशाला इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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