बांदा, के एस दुबे । नरैनी कस्बे में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य मिथलेश मिश्र ने नरसिंह अवतार की कथा का बखान किया। कथा सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। बताया कि प्रहलाद जी भगवान की भक्ति में हमेशा लीन रहते थे जब उनके पिता ने उन पर अत्याचार किया तो कैसे भगवान ने नरसिंग का अवतार लिया फिर भगवान राम का जीवन अनुकरणीय है, वहीं श्रीकृष्ण का जीवन श्रवणीय है। हमें भगवान राम के दिखाए हुए आदर्शों पर चलना चाहिए। वहीं भगवान श्रीकृष्ण की जन्म लीला सुनाई और बताया लीलाओं की कथा सुनने मात्र से ही प्राणियों का कल्याण हो
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| श्रीमद् भागवत कथा का बखान करते आचार्य मिथलेश मिश्र |
जाता है। श्रीकृष्ण की कथा को निरंतर श्रवण करते रहना चाहिए फिर भगवान श्रीराम ने जिस चरित्र का पालन किया, जिस मर्यादा का पालन किया, उनके चरित्र का, उनके द्वारा बनाई हुई मर्यादा का पालन इस मनुष्य को निरंतर करते रहना चाहिए। राजाबाबू पाण्डेय ,गुरु बाजपेई , सुशील तिवारी, आलोक बाजपेई, सहित सैकड़ों लोगों ने प्रह्लाद चरित्र, राम चरित्र, कृष्ण जन्म लीला का रस पान किया। उन्होंने कहा कि बुरा करने ले को भगवान उसकी करनी का फल जरूर देता है।


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