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Friday, May 23, 2025

संतोषी के पैर पखारकर डॉ० संदीप ने भावुक मन से किया विदा

देवेश प्रताप सिंह राठौर 

उत्तर प्रदेश झांसी डॉ० संदीप जैसे व्यक्तित्व मानवता को बचाए रखने वाले अडिग स्तम्भ- संतोषी 

झाँसी। संघर्ष सेवा समिति द्वारा बृहद स्तर पर कन्याओं के विवाह में सहयोग के क्रम में जनपद के नगरा क्षेत्र स्थित राजीव नगर निवासी संतोषी अहिरवार अपने परिजनों के साथ संघर्ष सेवा समिति के सक्रिय सदस्य ओमकार अहिरवार के सहयोग से समिति कार्यालय पहुँची। जहां डॉ० संदीप से विवाह के संबंध में आवश्यक वार्तालाप हुई, संतोषी के पिता का स्वर्गवास हो चुका है और उनकी माता लक्ष्मी किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रही हैं। डॉ० संदीप ने संतोषी को पार्लर से तैयार करवाकर उपहार के साथ पैर पखारकर विदा करने का आश्वासन दिया। विवाह के दिन संतोषी जनपद के इलाहाबाद बैंक चौराहे समीप स्थित प्रतिष्ठित कलर्स ब्यूटी पार्लर से तैयार होकर अपने परिजनों के साथ संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पहुंची जहां समिति के संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी एवं


मनोज रेजा द्वारा संतोषी के पैर पखारे गए एवं उपहार के रूप में ट्रॉली बैग, वस्त्र एवं अन्य उपहार भेंट किए गए तत्पश्चात सभी सदस्यों द्वारा भावुक मन से पुष्प वर्षा करते हुए संतोषी को विदा किया गया। इस अवसर पर संतोषी ने कहा यह पहला अवसर है जब यहां आकर देखा कि आज के समय में भी दूसरों का सहयोग करने वाले तन मन धन से तत्पर हैं। सभी लोगों ने मुझे परिवार के सदस्यों की तरह सम्मान दिया। जब मैं पहली बार डॉक्टर संदीप से मिली थी तब मेरा मन भावुक हो उठा। यह अनुभव हुआ कि आज के समय में भी कोई व्यक्ति दूसरों के सहयोग के लिए इतना तत्पर हैं। आज के समय जब अपने ही सहयोग से पीछे हट जाते हैं ऐसे में डॉक्टर संदीप के जैसे व्यक्तित्व परोपकार कर मानवता को बचाए रखने का कार्य कर रहे हैं, मैं आजीवन संघर्ष सेवा समिति और डॉक्टर संदीप से जुड़ी रहूंगी। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा आज संतोषी को हमने परिवार के सदस्य के रूप में सम्मिलित किया, हमारा सनातन धर्म हमें महिलाओं का आदर करना सिखाता है। हम लगातार कन्याओं के पैर पखारकर, उपहार देकर अपने कार्यालय से विदा कर रहे हैं हम सभी का मानना है कि जिस भी कन्या के विवाह में परिवार के सदस्य के रूप में कोई कमी हो तो हम उसे पूरा करने का प्रयास करें। हम संतोषी को आजीवन परिवार के सदस्य की तरह सहयोग का आश्वासन देते हैं। किसी के आंसू पोंछना या किसी के काम आना ही सबसे बड़ा धर्म है, जब आप कोई अच्छा कार्य करते हैं तो वास्तविकता में आपका मन ही मंदिर हो जाता है। इस अवसर पर पुष्पा अहिरवार, सिद्धि अहिरवार, नीलू रायकवार, संदीप नामदेव, राहुल रायकवार, अरुण पांचाल, आशीष विश्वकर्मा, अनिल वर्मा, मनोज रेजा, प्रमेंद्र सिंह, सुशांत गेडा, राजू सेन, लइम भाई, ननकू भाई, ओमकार अहिरवार, कामिनी अहिरवार आदि उपस्थित रहे।

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