बाल विवाह व मजदूरी पर नकेल के निर्देश
चित्रकूट/मानिकपुर, सुखेन्द्र अग्रहरि । विकास खण्ड मानिकपुर में बच्चों के भविष्य और अधिकारों की रक्षा को लेकर बुधवार को एक अहम कदम उठाया गया। दिनांक 16 जुलाई को ब्लॉक बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक खण्ड विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें बाल सुरक्षा, पोषण, शिक्षा और सरकारी योजनाओं की जमीनी पहुंच सुनिश्चित करने को लेकर निर्णय लिए गए। बैठक में बीडीओ पवन कुमार सिंह ने निर्देश दिया कि जरूरतमंद एवं देखरेख की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान प्राथमिकता पर की जाए और उन्हें सरकारी योजनाओं- जैसे बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना और स्पांसरशिप स्कीम- से तत्काल जोड़ा
![]() |
| बाल कल्याण पर बैठक लेते सीडीपीओ अनुज प्रताप सिंह |
जाए। इसके लिए गांव-गांव बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि ग्रामीण स्तर पर बच्चों से जुड़ी समस्याओं की पहचान की जा सके। एक महत्वपूर्ण निर्णय यह भी लिया गया कि मानिकपुर क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत में हर माह की पांच तारीख को ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक अनिवार्य रूप से की जाएगी। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को जोखिम से बचाना और समय रहते सहायता पहुंचाना होगा। बैठक में यह चिंता जाहिर की गई कि मानिकपुर क्षेत्र आदिवासी और पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण बाल विवाह, बाल श्रम और मानव तस्करी जैसी गंभीर समस्याओं की संभावनाएं अधिक रहती हैं। बैठक में सीडीपीओ अनुज प्रताप सिंह, डॉ पवन कुमार सिंह, एडीओ पंचायत मोहनलाल सिंह, गौरीशंकर विज्ञान फाउंडेशन से अर्जुन यादव (सामाजिक कार्यकर्ता) और बाल संरक्षण अधिकारी डॉ सौरभ सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।


No comments:
Post a Comment