चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि : जिला मुख्यालय स्थित में कृषि भवन सभागार में शनिवार को चित्रकूट के नोडल अधिकारी एवं अपर कृषि निदेशक अनिल कुमार पाठक ने बैठक कर सभी कृषि योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की। साथ ही विभाग से सम्बन्धित केन्द्रों व योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में नोडल अधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि सभी प्रभारी राजकीय कृषि बीज भंडार में रबी में वितरित प्रमाणित बीजों का समायोजन दो दिन के अंदर करना सुनिश्चित करें, इसमें लापरवाही बरतने वाले कार्मिक के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। उर्वरक वितरण की प्रगति में कहा कि किसानों को संस्तुत मात्रा में उर्वरक प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें। उर्वरक निरीक्षकों को क्षेत्र में टैगिंग, ओवर रेटिंग या कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कहा कि कृषकों को विभाग की योजनाओं की जानकारी दें ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें। बताया कि वर्तमान में जायद सीजन के लिए उडद तथा मूंग के निःशुल्क
मिनीकिट की बुकिंग कृषि विभाग के पोर्टल से की जा रही है। किसान पोर्टल पर जाकर बुकिंग कर लें ताकि उनको बीज भंडार से बीज मिल सके। जिला कृषि अधिकारी चित्रकूट राज पति शुक्ल ने बताया कि वर्तमान में रबी फसलों के बीज वितरण के उपरांत कृषक अंश का मूल्य वर्चुअल खाते में जमा किया जा चुका है तथा कोई भी धनराशि अवशेष नहीं है। समायोजन की प्रक्रिया अभी की जा रही है जो दो दिन में पूरी कर ली जाएगी। उप कृषि निदेशक राज कुमार ने प्राकृतिक खेती, कृषि यंत्रीकरण, दलहन आत्म निर्भर योजना आदि का विवरण प्रस्तुत किया। जिस पर अपर निदेशक ने कहा कि सभी योजनाओं की वित्तीय प्रगति आगामी सप्ताह तक बढ़ाएं। कहा कि कृषि विभाग से सम्बन्धित सभी केन्द्रों में विभागीय अधिकारी समय से उपस्थित रहते हुए कृषकों की समस्याओं का निस्तारण करें।
बैठक के बाद नोडल अधिकारी ने कृषि भवन परिसर स्थित राजकीय कृषि बीज भंडार कर्वी का निरीक्षण कर वितरित बीजों के अभिलेखों व समायोजन प्रक्रिया अवलोकन भी किया। साथ ही विकास खण्ड मानिकपुर में किसान अरुण कुमार द्वारा बोई गई अनुदानित सरसों प्रजाति गिरिराज के प्रदर्शन का अवलोकन किया। कहा कि सरसों की प्रजाति गिरिराज तथा पी एम 32 में तेल की मात्रा व गुणवत्ता बहुत अच्छी है, अन्य प्रजातियों की अपेक्षा ऑयल रिकवरी ज्यादा है। किसान इस प्रदर्शन से प्रेरित होकर अपनाएं और लाभ कमाएं। परियोजना ग्राम लक्ष्मणपुर व मानिकपुर में भूमि संरक्षण कार्यों का निरीक्षण भी किया। जिसमें निर्मित मेड़ों व बांध का अवलोकन किया। यहां कार्यों की गुणवत्ता सही न पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भूमि संरक्षण अधिकारी कर्वी प्रथम देवेंद्र सिंह निरंजन को गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए अवशेष कार्यों को जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।


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