चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरी । भाकपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य का अमित यादव ने कहा कि प्रयागराज में गैंगस्टर वार के शिकार हुए राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह उमेश पाल एड की कल शाम दिन दहाड़े हुयी हत्या ने लगभग दो दशक पहले हुयी हत्या के इस मामले में दोषियों के गले तक कानून का फन्दा पहुंचने की उम्मीदों को काफी संकुचित कर दिया है। श्री पाल की हत्या गोलियों और बमों के हमले से उनके घर के बाहर पुलिस अभिरक्षा में की गयी। जिसमें उनके दोनों अंगरक्षक गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
शनिवार को का अमित यादव ने कहा कि ये हत्या उत्तर प्रदेश सरकार के उन दावों को तार-तार कर देती है, जिन्हें वे बार-बार दोहराते नहीं थकते कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पटरी पर ला दी है। यह भाजपा के उस दावे को भी साफ तौर पर झुठला देती है कि उसके बुलडोजर की गर्जना से उत्तर प्रदेश माफियामुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि राजूपाल की हत्या का आरोप उसी माफिया सरगना पर है। जिसे आदित्य सरकार बुलडोजर से कुचलने की झूठी हुंकारें भरती है। बाबा का बुलडोजर माफियाओं पर दिखावे के लिये चल रहा है और इसका असली निशाना गरीब गुर्गे, आम नागरिक और उनके पक्ष में आवाज उठाने वाले बनेंगे। आज यह पूरी तरह सच साबित हो चुका है। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था को ध्वस्तप्राय बताया। जगह-जगह गरीबों को जमीनों- आवासों से बेदखल करने को बुलडोजर का खुलेआम प्रयोग किया जा रहा है। जिसकी चरम परिणति हम कानपुर देहात में देख चुके हैं। जिसमें बुलडोजर से गरीब ब्राह्मण की झौंपड़ी रौंदने गये। प्रशासन ने मां बेटी को जला कर मार डाला। आवाज उठाने वाली एक लोकगायिका को पुलिस ने नोटिस थमा दिया। जो केन्द्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक लगातार फैलायी तानाशाही को उजागर कर देता है।


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