चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। परिषदीय विद्यालयों को साफ एवं सुन्दर बनाने को शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के नाम पर सरकार लाखों रुपए खर्च कर रही है। दूसरी ओर शिक्षकों के गैर जिम्मेदाराना रवैये से विद्यालयों में आए दिन शिक्षकों की मनमानी के चर्चे सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला रामनगर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय खजुरिहा कला का सामने आया है। बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ने वाले नौ वर्षीय नाबालिग छात्र आशीष कुमार पुत्र कल्लू 27 जनवरी को विद्यालय पढ़ने गया था। लगभग दो से ढाई बजे के बीच विद्यालय में क्रिकेट खेलते समय बॉल बाउंड्री से बाहर जाने पर प्रधानाध्यापक अनूप सिंह व सहायक अध्यापक सुधीर कुमार ने आशीष को बॉल लाने को कहा। आशीष बॉल लेने विद्यालय से बाहर गया था, उसी बीच
आशीष को अज्ञात वाहन ने घायल कर दिया। कुछ छात्रों ने मिलकर आशीष को विद्यालय ले जाकर परिजनों को फोन से सूचना दी। पीड़ित छात्र के पिता कल्लू वर्मा विद्यालय पहुंचा तो देखा कि आशीष दर्द से कराह रहा था। कोई भी अध्यापक आशीष का इलाज कराना जरूरी नहीं समझा। पीड़ित छात्र के पिता ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन व डायल 112 में फोन कर आशीष को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद आशीष को जिला चिकित्सालय रेफर करने पर गंभीर चोट के चलते उसे भर्ती नहीं किया। पीड़ित छात्र का पिता प्राइवेट अस्पताल में बच्चे का इलाज करा रहा है। पीड़ित छात्र के पिता कल्लू वर्मा पुत्र भग्गू ने आरोप लगाया कि वह अनुसूचित जाति का गरीब व्यक्ति है। रैपुरा थाने में आशीष के पिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गई।


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