भाजपा कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी में याद की दोनों वीर सपूतों की कुर्बानी
बांदा, के एस दुबे । भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी के माध्यम से जहां सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के दो मासूम पुत्रों जोरावर सिंह और फतेहबहादुर सिंह के बलिदान को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया गया, वहीं उनकी कुर्बानी को याद किया गया। भाजपाइयों ने गुरु गोविंद सिंह के वीर सपूतों ने महज छोटी सी उम्र में अपने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया, जिसे देश के लोग कभी भूल नहीं सकते। मंगलवार को भाजपा कार्यालय में सिख गुरु गोविंद सिंह के दो मासूम पुत्रों के बलिदान को याद करते हुए वीर बाल दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि भाजपा जिला उपाध्यक्ष डा.धर्मेंद्र त्रिपाठी ने चमकौर की लड़ाई का जिक्र करते हुए बताया कि जानी खान ने गुरु गोविंद सिंह के दो मासूम पुत्रों फतेहसिंह और जोरावर सिंह को उनकी दादी के साथ बंदी बना लिया था, उस समय दोनों बच्चों की उम्र महज 5 वर्ष व 8 वर्ष की थी, लेकिन अपने धर्म के प्रति निष्ठा व
वीर बाल दिवस संगोष्ठी को संबोधित करते जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र त्रिपाठी |
समर्पण उनके मन में कूट कूट कर भरा था। जिसका नतीजा था कि वजीर खान की तमाम क्रूर यातनाएं भी उन्हें धर्म से डिगा नहीं पाई और ठंडे बुर्ज और दीवार पर जिंदा चुनवाने के आदेश के बाद भी उनकी धर्म के प्रति निष्ठा नहीं टूटी और दोनों ने हंसते हंसते खुद को दीवार में चुनवा दिया। गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्र मुगलों के जुल्म से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए, गुरु गोविंद ने अपने चारों पुत्रों की शहादत पर सिर्फ इतना नहीं कहा था कि ‘इन पुत्रन के शीश पर वार दिए सुत चार, चार मुए तो क्या भया जीवित कई हजार’। नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि अंकित बासू ने धर्म की रक्षा के लिए खेलने की उम्र में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों की शहादत को याद किया। कहा कि देश का बच्चा-बच्चा साहिबजादों की शहादहत को याद करता रहेगा। संगोष्ठी की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष नगर उत्तरी राजेश गुप्ता और संचालन महामंत्री संतोष राजपूत ने किया। संगोष्ठी में सभासद राममिलन तिवारी, याेगेंद्र योगी समेत अनीता शुक्ला, प्रदीप श्रीवास्तव, धीरेन्द्र गौतम धीरू, प्रांजल मिश्रा, सज्जन द्विवेदी, ब्रजकिशोर द्विवेदी, बलवीर कुशवाहा, राजेश गुप्ता, देवेंद्र भारतीय, आशीष शुक्ला, अमित तिवारी, कुलदीप शुक्ला, विनोद प्रजापति, रमेश राजपूत, अंगद पाल आदि शामिल रहे।
No comments:
Post a Comment