मानवाधिकार उतना ही जरूरी, जितना जीने के लिए सांसें - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Thursday, December 5, 2024

मानवाधिकार उतना ही जरूरी, जितना जीने के लिए सांसें

देवहाई व सढ़ा गांव में वनांगना संस्था ने आयोजित किया कार्यक्रम

ग्रामीणों और महिलाओं को दी गई मानवाधिकारों की जानकारी

नरैनी, के एस दुबे । मानवाधिकार अत्यधिक महत्व रखते हैं। मानवाधिकार अगर न हों तो इंसान का वजूद न के बराबर होगा। हमारे लिए मानवाधिकार का होना उतना ही ज़रूरी है जितना इंसान का सांस लेना ज़रूरी है। इस दुनिया में सभी लोग अधिकारों के मामले में बराबर है। यह बातें वनांगना संस्था द्वारा चलाए जा रहे 16 दिवसीय अभियान में मानवाधिकार पखवाड़े के तहत देवहाई व सढ़ा गांव में आयोजित कार्यक्रम में तूलिका द्विवेदी लखनऊ ने कहीं। उन्होंने कहा कि सामान्य जीवन यापन के लिए प्रत्येक मनुष्य के अपने परिवार, कार्य, सरकार और समाज पर कुछ अधिकार होते हैं, जो आपसी समझ और नियमों द्वारा निर्धारित होते हैं। लोगों के बीच भाषा, नस्ल, रंग, लिंग, धर्म, अन्य विचार, संपत्ति, राजनीतिक आदि बातों के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए इसलिए मानवाधिकार का निर्माण किया गया है। वानंगना डारेक्टर पुष्पा शर्मा ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में लोगों को

गांव में कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को संबोधित करतीं तूलिका द्विवेदी

विधिक जानकारी न होने के कारण आज का शिक्षित समाज अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं और मानव अधिकारों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। स्वच्छ समाज के लिए संगठन का मुख्य उद्देश्य मानव के अधिकारों का वास्तविक ज्ञान कराना है। अवधेश गुप्ता नेतृत्व समूह ने बताया कि संस्था महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा का विरोध करती है और सामाजिक व कानूनी पैरवी करती है। साथ ही वंचित समुदाय ख़ासकर दलित व मुस्लिमों के मौलिक अधिकारों की पैरवी व सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का काम करती है। वरिष्ठ संदर्भदाता समूह शबीना मुमताज ने बताया कि संस्था द्वारा जेंडर गैरबराबरी व महिला हिंसा के खिलाफ 25 नवंबर से 16 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है। बृहस्पतिवार को देवहाई व सढ़ा गांव में मानवाधिकार के प्रति जागरूक किया और हस्ताक्षर अभियान चलाया। गोरे मऊकला, अमलखपुर, नींबी, बिरौना, सकरिहा, पटेल नगर, गोरेपुरवा, नसेनी में जागरूता अभियान चलेगा। 10 दिसंबर को नरैनी सभागार में मानवाधिकार दिवस पर समापन होगा। नेतृत्व समूह मंजू सोनी ने स्वागत किया और चर्चा चलाई। शोभा देवी ने सविधान के मौलिक अधिकारों पर सांप सीढ़ी का खेल खिलाया। रानी व माया ने चित्र के माध्यम से महिलाओं पर हो रही हिंसा का विरोध जताया। माया ने महिला हिंसा पर फड़ चलाया। अनुज फरहा, राधेश्याम, फरजाना शामिल रहे। महिला श्यामकली ने सभी का आभार जताया।


1 comment:

  1. बहुत-बहुत जरूरी अभियान के लिए बधाई

    ReplyDelete

Post Bottom Ad

Pages