अखण्ड पाठ के समापन पर ज्ञानी ने सबद-कीर्तन का किया गायन
फतेहपुर, मो. शमशाद । सिक्ख समुदाय के दसवें गुरू गुरू गोविंद सिंह का 358 वां प्रकाश पर्व धूमधाम से गुरूद्वारे में मनाया गयां अखण्ड पाठ के समापन पर ज्ञानी से सबद-कीर्तन का गायन किया। तत्पश्चात उपस्थित लोगों ने लंगर छका। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में ज्ञानी इकबाल सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह ही ऐसे गुरु थे जिन्होंने न केवल अपने पिता गुरु फेज बहादुर को बल्कि देश धर्म की रक्षा के लिए अपना पूरा सरबंश वार दिया। गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर की तैयारी 29 दिसंबर से शुरू हो गयी थी। जिसमे पांच दिन प्रभात फेरी उपरांत अखंड पाठ रखा गया जिसकी समाप्ति आज हुई। समाप्ति के बाद ज्ञानी इकबाल सिंह ने सबद-कीर्तन का गायन किया। इसके
गुरूद्वारे में आयोजित सबद कीर्तन में भाग लेते श्रद्धालु। |
उपरांत सबद कीर्तन में महिलाओं में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। सभी भक्तजनों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम की अगुवई गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सेवक चरनजीत सिंह ने की। संगत के रूप में जतिंदर पाल सिंह, सयुक्त सयोजक नरिंदर सिंह, सेकेट्री परमजीत सिंह, उप प्रधान नरेंद्र सिंह, उप प्रधान गुरमीत सिंह, परमिंदर सिंह, महिलाओं में हरविंदर कौर, सतबीर कौर, हरजीत कौर, जसपाल कौर, मंजीत कौर, खुशी, गुरप्रीत कौर, परमीत कौर, वरिंदर कौर, आदि भक्त जन उपस्थित रहे।
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