घने कोहरे व शीतलहर के चलते घरों में दुबके लोग
राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन व ट्रेनों की रफ्तार हुई धीमी
फतेहपुर, मो. शमशाद । नए वर्ष के आगाज के साथ शुरू हुई हाड़कपाऊ ठण्ड का कहर लगातार जारी है। सोमवार को भी सुबह से घने कोहरे व शीतलहर के चलते लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहे। ठंड से लोग कंपकपा रहे है। सूर्य देव ने भी पूरे दिन दर्शन नहीं दिए। उधर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ ट्रेनों की रफ्तार भी धीमी हो गई है। जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठण्ड के चलते बाजारों की रौनक पूरी तरह से गायब है। सुबह देर से मार्केट खुलती है और शाम ढलते ही बाजार की रौनक खत्म हो जाती है। शहर के चैक एवं लाला बाजार में महिलाएं खरीददारी के लिए कम निकल रही है। जिसके कारण बाजार काफी खाली-खाली दिखाई देता है। लाला बाजार स्थित विदेशी कपड़ों की बिक्री जोरों पर है। लोग बांग्लादेशी कपड़ों को सस्ते दामों में खरीदकर ठिठुरन को मिटा रहे है। खरीददारों को भीड़ के आगे खुलने वाली गंठें तुरंत बिक जाती है। जिसको जो मिला वह लेकर अपनी ठंड को मिटाने का इंतेजाम करता है। रात्रि को कोहरे के चलते राष्ट्रीय राज्यमार्ग की रफ्तार में लगाम लगी है। ट्रक एवं बस चालक अपने गन्तव्य तक पहुंचने के लिए फाग लाइट के इस्तेमाल के साथ स्पीड में कमी बरत रहे है। जिससे वह सुरक्षित अपने स्थान तक पहुंच सकें। बड़े मजे की बात तो यह है कि
हाईवे पर फर्राटे से दौड़ने वाले दो पहिया वाहन भी दुबक गये है। मोटर साइकिल, स्कूटरों से लोग सफर करने में कतरा रहे है। सर्दी के चलते विद्युत सामाग्री बेचने वाले दुकानदारों की बन आयी है। कोयले सहित लकड़ी की बिक्री जोरों पर है। हीटर की बिक्री खूब हो रही है। सोडियम हीटर इन दिनों लोगों की पसंद बने हुए है। लकड़ी और कोयले से तापने को लेकर उनके दामों में भी भारी उछाल आ गया है।
लकड़ी का बोझ लेकर जाती महिला।
लकड़ियां बन रही सहारा
फतेहपुर। ठंड के मौसम में बाजार में लड़कियों के दाम बढ़ने से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए लकड़ियां खरीदना भी आसान नहीं रह गया। ऐसे में ठंड से बचाव के लिए घरों की महिलाएं व छोटे बच्चे आस-पड़ोस के जंगलों से सूखी लकड़ियां एकत्र करते हैं। जिसे जलाकर परिवार सर्दियों से राहत तलाशता है। चालू के प्रथम सप्ताह में अपने पूरे शबाब पर है। मौसम विभाग की माने तो जनवरी माह में ठंड में बढ़ोत्तरी जारी रहेगी। मौसम की मार के आगे इंसान व जानवर सभी बेहाल है। अमीर वर्ग जहां घरों के अंदर गर्म कंबलों व हीटरों के बीच ठंड से बचाव कर रहे हैं। वहीं सड़कों के किनारे गुजर बसर करने वाला आम इंसान सर्दी से बचने के लिए पन्नियों के सहारे बने झोपड़े में पुराने कंबलों एवं लकड़ियों को जलाकर किसी तरह रात पार करने की जद्दोजहद करता हुआ दिखाई दे रहा है।
रैन बसेरो में कट रहे दिन-रात
फतेहपुर। भीषण ठण्ड से असहाय व जरूरतमंदों को राहत पहुंचाए जाने के उद्देश्य से नगर पालिका परिषद की ओर से शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए अस्थाई रैन बसेरा लोगों के मुफीद साबित हो रहे हैं। जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह ने निर्देशित किया था कि कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात न गुजारे इसके लिए उन्हें रैन बसेरा ले जाया जाए। डीएम के निर्देशों पर अमल किया जा रहा है। रैन बसेरा आने वाले लोगों को रजाई, गद्दा उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही स्वच्छ पेयजल भी मुहैया कराया जा रहा है। रैन बसेरा में अलाव का भी इंतजाम है। जो लोगों को भीषण ठण्ड से राहत दे रहा है।
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