फतेहपुर, मो. शमशाद । गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मे लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। गुरुद्वारा के बाहर लोहड़ी की होलिका जलाकर खुशियां मनाई गई। अग्नि में गुड़, मूंगफली, रेवड़ी, गजक, पॉपकॉर्न आदि अर्पित किए गए। लोहड़ी का त्योहार भव्य और जीवंत बना हुआ है। शाम को लोगों ने अलाव जलाकर लोकगीत गाए। भांगड़ा और गिद्दा जैसे पारंपरिक नृत्य किए और गुड़ रेवड़ी बांटी। तिल, गुड़, पॉपकॉर्न और मूंगफली जैसी चीज़ों को आभार के तौर पर अग्नि में डाला। इस अवसर पर मक्के की रोटी, सरसों का साग, तिल के लड्डू, गज्जक और रेवड़ी तैयार किए। नवजात शिशुओं व नवविवाहितों वाले परिवारों के लिए लोहड़ी का विशेष महत्व रहा। शिशु या विवाहित जोड़े के लिए पहली लोहड़ी विस्तृत अनुष्ठानों, आशीर्वाद और समारोहों के साथ मनाई गई। परिवारके नए सदस्यों के लिए समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशी की कामना की।
नाचते-गाते लोहड़ी पर्व मनाते सिक्ख समुदाय के लोग। |
लोहड़ी किसानों के लिए विशेष रूप से सार्थक है, क्योंकि यह गेहूं, गन्ना और सरसों जैसी रबी फसलों की कटाई का मौसम है, बुवाई के मौसम के अंत और एक नए कृषि चक्र की शुरुआत का भी प्रतीक है। कृषि से परे यह त्योहार समुदायों को प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने और समृद्धि और उर्वरता के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए एक साथ लाता है। कई लोगों के लिए, यह परिवार और सांप्रदायिक सद्भाव के महत्व की याद दिलाता है। लोहड़ी का पर्व प्रधान सेवक चरणजीत सिंह की अगुवाई में मनाया गया। इस मौके पर जतिंदर पाल सिंह, परमजीत सिंह, गुरमीत सिंह, नरेंद्र सिंह, परमिंदर सिंह, नरिंदर सिंह, हरमंगल सिंह, वरिंदर सिंह, मंजीत सिंह व महिलाओं में हरविंदर कौर, सतबीर कौर, हरजीत कौर, मंजीत कौर, वरिंदर कौर, खुशी, गुरप्रीत कौर, गगनवीर सिंह उपस्थित रहे।
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