दो सौ ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
रसूखदारों को मिला लाभ
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले की बाबूपुर ग्राम पंचायत में चकबंदी विभाग की मनमानी व घोर अनियमितता को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश सोमवार को फूट पड़ा। लगभग दो सौ ग्रामीणों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर चकबंदी अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ ज्ञापन सौंपा और मांग की कि पूरे गांव की चकबंदी नये सिरे से करवाई जाए। ग्रामीणों का आरोप है कि चकबंदी प्रक्रिया में लगातार आपत्तियां देने के बावजूद अफसर आंख-कान बंद करके बैठे हैं, जिससे ग्राम समाज की जमीनों का संतुलन बिगड़ गया है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि चकबंदी के नाम पर गांव में भारी गड़बड़झाला हो चुका है। कई किसानों की उपजाऊ जमीनें खराब जगहों पर डाल दी गई हैं, और
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ज्ञापन देने को डीएम कार्यालय में ग्रामीण |
रसूखदारों को लाभ पहुंचाया गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही निष्पक्ष रूप से पुनः चकबंदी न कराई गई तो गांव के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस जन आक्रोश का नेतृत्व समाजवादी पार्टी के विधानसभा उपाध्यक्ष अनुज विशाल भाई कर रहे थे, जो साथ ही बुंदेली आवाज किसान विकास समिति के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल चकबंदी का नहीं, बल्कि गांव के हक, न्याय और स्वाभिमान का है, जिसे कुचला जा रहा है। प्रशासन को दो टूक चेतावनी दी कि यदि ग्राम पंचायत की मांगों पर त्वरित संज्ञान नहीं लिया गया, तो आंदोलन की आग जिले भर में फैलेगी।
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