शिक्षा-संघर्ष-संविधान ही बहुजन का अस्त्र
भरतकूप/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर ग्राम सभा घूरेटनपुर के मजरा बगैहा में आयोजित कार्यक्रम में संविधान की रक्षा और बहुजन चेतना का उद्घोष बुलंद हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता मानसिंह पटेल ने कहा कि वर्तमान सत्ता संरचना बाबा साहब की विचारधारा को मिटाने की साजिशों में जुटी है, और बहुजन समाज को हर हाल में संविधान की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए। कहा कि संविधान लागू होने से पहले दलित, पिछड़े, आदिवासी और महिलाएं एक संगठित बहिष्कृत वर्ग थीं, जिन्हें इंसान तक नहीं समझा जाता था।
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बाबा साहेब पर माल्यार्पण करते मानसिंह पटेल |
मानसिंह पटेल ने तीखे स्वर में कहाः धर्म, जाति और संप्रदाय के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति हो रही है। युवाओं से आह्वान किया कि बाबा साहब की किताबें पढ़ें, और उनके विचारों को आत्मसात करें क्योंकि शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पिएगा वो दहाड़ेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महावीर पटेल ने कहा कि बाबा साहब केवल दलितों के नहीं, हर उस आवाज के प्रतीक हैं जो उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ खड़ी होती है। कहा कि कुछ लोग बाबा साहब को मंच से नमन करते हैं लेकिन पीछे से उनके संविधान को कमजोर करने की साजिशें करते हैं। कार्यक्रम में कमला प्रसाद वर्मा, केदार वर्मा, पवन, लच्छू वर्मा, राजेश वर्मा, संतोष पटेल, प्रधान दीपक पटेल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख हीरालाल पटेल, आरपी यादव, अजीत पटेल,समेत अन्य मौजूद रहे।
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