कथावाचक ने सुनाई काली निग्रह व गोवर्धन धारण की कथा
संगीतमयी कथा के दौरान आस्था में डूबे रहे श्रद्धालु
बांदा, के एस दुबे । श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के साथ काली निग्रह व गोवर्धन पूजा की कथा सुनाकर लोगों को परम सुख प्राप्त कराया। संगीतमयी कथा के दौरान श्रद्धालु पूरी तरह से भक्ति भाव में डूबे नजर आए। कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर रहे। कथा व्यास ने कहा कि लगातार परिश्रम व संयम से सफलता प्राप्त होती है। सरस्वती शिशु मंदिर केन पथ बांदा पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन शुक्रवार को कथा व्यास आचार्य नवलेश जी महाराज ने
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| संगीतमयी भागवत कथा सुनतीं महिला श्रद्धालु। |
कहा कि परिश्रम से ही सभी कार्य सिद्ध होते हैं। कामना करने मात्र से नहीं। सोते हुए सिंह के मुख में मृग नहीं प्रवेश करते हैं। लगातार श्रम तथा संयम से ही स्वलक्ष्य की प्राप्ति होती है। उद्यम, साहस, धैर्य, बुद्धि, शक्ति तथा पराक्रम वाले गुणकारी के देवता भी सहायक होते हैं। इसलिए सफलता की प्राप्ति के लिए व्यक्ति को कठिन परिश्रम करना चाहिए। कहा हम स्वधर्मादि के अनुसार जीवन निर्वहन का सहज प्रयास करें। ऐसे चलचित्रों एवं अमर्यादित दृश्यों के दर्शन और विचारों को नहीं सुनना चाहिए। किसी भी प्रलोभन में स्वधर्म के अनुपालन से विरत नहीं होना चाहिए। माता-पिता, गुरुजन, नेतृत्वकर्ताजनों के सदाचारी, संयमी तथा स्वधर्मनिष्ठ होने पर ही पुत्र-शिष्यादि सदाचारी, संयमी
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| आचार्य नवलेश महाराजआचार्य |
तथा स्वधर्मनिष्ठ होते हैं। बाल्याकाल से सभी को सदाचारी, संयमी तथा स्वधर्मनिष्ठ होना चाहिए। इस अवसर पर कथा परीक्षित श्रीमती कमला-कृष्ण दुलारे शुक्ला समेत सुधीर तिवारी, राजू त्रिपाठी, राम बहोरी शिवहरे( पप्पू भैया)फूलचंद तिवारी, अवधेश द्विवेदी, सुरेश चंद शुक्ला, जयशंकर द्विवेदी, प्रांजल शुक्ला, अमित तिवारी, आशीष, अजय, अभय, बलराम, राम विशाल शुक्ला, देव कुमार शुक्ला, सुदामा प्रसाद शुक्ला, राजकुमार शुक्ला राकेश शुक्ला, प्रांशु, बालकृष्ण, प्रवीण, कुशाग्र, श्रीमती संगीता शिवहरे, श्रीमतीशिल्पी त्रिपाठी, श्रीमती मनीषात्रिपाठी, विमल यादव, सुनीता शिवहरे, अनुराधा जडिया तमाम श्रद्धालु उपस्थित रहे।



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