पोषण पखवारा संबंधी बैठक में डीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए निर्देश
समय से खोले जाएं आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों की उपस्थिति होना भी जरूरी
बांदा, के एस दुबे । कुपोषित बच्चों को पोषाहार वितरण करने के साथ ही आंकगनबाड़ी कार्यकर्ता व सुपरवाइजर उनके स्वास्थ्य लाभ पर निगरानी रखें। आंगनबाड़ी केंद्र समय से खोले जाने के साथ ही वहां बच्चों की उपस्थिति होना अनिवार्य है। गर्भवती महिलाओं की जांच कराने के बाद कार्ड में अंकन जरूर किया जाए। पोषण पखवारा संबंधी बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों में कुपोषण को खत्म करने के लिए कुपोषण प्रबन्धन के माड्यूलर का क्रियान्वयन सही रूप से किया जाए। कुपोषित बच्चों को पोषाहार वितरण के साथ उनके स्वास्थ्य लाभ की निगरानी नियमित रखी जाए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की सभी जांचे कराये जाने के साथ बच्चों का टीकाकरण कराये जाने, बीएचएनडी सत्र में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं की जांच का कार्य करने व उनके कार्ड में अंकित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने आंगनबाडी एवं सुपरवाइजरों को निर्देश दिये कि आंगनबाडी केन्द्र
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| गर्भवती महिलाओं को फल व पोषाहार वितरित करतीं डीएम जे. रीभा। |
नियमित रूप से समय पर खुले रखने के साथ पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति भी रखें। पोषण ट्रैकर ऐप में आवश्यक फीडिंग जरूर की जाए। उन्होंने आशाओं के साथ बच्चों के टीकाकरण कार्य में सहयोग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था से लेकर जन्म के दो वर्ष तक बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखे जाने के निर्देश दिये, जिससे कि बच्चों का कुपोषण से बचाव हो सके। इसके पश्चात आंगनबाडी कार्यकत्रियों व सुपरवाइजरों की पोषण पखवारा की जागरूकता रैली को कलेक्ट्रेट से रवाना किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को फल व पोषाहार किट का वितरण किया और छोटे बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया। बैठक मेें मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जयप्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय सहित सीडीपीओ, सुपरवाइजर, आंगनबाडी कार्यकत्रियां उपस्थित रहे।


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