देवेश प्रताप सिंह राठौर
वरिष्ठ पत्रकार
उत्तर प्रदेश, झांसी कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में अनुशासन, नेतृत्व, देशभक्ति और सेना में करियर के अवसरों के प्रति जागरूकता लाना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि एनसीसी एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की सर्वश्रेष्ठ पाठशाला है, जहाँ अनुशासन, सेवा और नेतृत्व के गुणों का निर्माण होता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रसेवा के लिए सदैव तत्पर रहें और स्वयं को एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित करें।
कुलसचिव श्री विनय कुमार सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि एनसीसी के माध्यम से विद्यार्थी जीवन में अनुशासन, ईमानदारी, देशसेवा और आत्मविश्वास की भावना विकसित होती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सदैव विद्यार्थियों को ऐसे अवसर प्रदान करता रहेगा, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। इस अवसर पर मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल यूथिका ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में विद्यार्थियों को बताया कि वे स्वयं एक प्रोफेसर की पुत्री हैं और उनके माता-पिता ने उन्हें शिक्षा और संस्कार की शक्ति दी। उन्होंने कॉलेज जीवन में एनसीसी कैडेट के रूप में देशसेवा की शुरुआत की थी और एनसीसी ने उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सेना का जीवन केवल युद्ध या हथियारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सेवा, अनुशासन और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने विशेष रूप से छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे आत्मविश्वास और मेहनत को अपना साथी बनाकर हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
विशिष्ट वक्ता मेजर डॉ. ब्रह्मम येंगली ने विद्यार्थियों को ‘अग्निवीर योजना’ की विस्तृत जानकारी दी और सेना में उपलब्ध विभिन्न करियर अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना युवाओं के लिए एक स्वर्णिम अवसर है, जिसमें वे देशसेवा के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व और भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। एनसीसी अधिकारी प्रो. सुनील कुमार काबिया ने कहां एनसीसी केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं है, बल्कि युवाओं के सर्वांगीण विकास का सशक्त मंच है। एनसीसी, छात्रों में नेतृत्व क्षमता, अनुशासन, सामाजिक उत्तरदायित्व और देश प्रेम की भावना को विकसित करता है। विश्वविद्यालय में एनसीसी के माध्यम से छात्र-छात्राओं में आत्मनिर्भरता और राष्ट्रसेवा की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है।कर्नल प्रशांत कक्कड़ ने कहा एनसीसी विद्यार्थियों को ना सिर्फ सेना के लिए तैयार करती है, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में उन्हें अनुशासित, कर्मठ और जागरूक नागरिक बनाती है। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. सत्येन्द्र चौधरी ने प्रभावशाली रूप से किया धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अवनीश कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने सभी अतिथियों, सेना अधिकारियों, कुलपति महोदय, कुलसचिव महोदय, शिक्षकगण तथा विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का वातावरण अत्यंत प्रेरणादायी और ऊर्जावान रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने सेना के जीवन और राष्ट्रसेवा के प्रति नई ऊर्जा और जागरूकता प्राप्त की। इस अवसर पर कर्नल अनुशुमान सक्सेना, सूबेदार मेजर ओमवीर सिंह, हेमन्त चंद्रा,सूबेदार इंद्रदेव सिंह यादव, बीएचएम कुलविंदर सिंह, हवलदार कमल, डॉ. लोकेश द्विवेदी, डॉ. शंभूनाथ सिंह, श्री अनिल बोहरे, डॉ. अतुल प्रकाश खरे, इंजीनियर साबिर अली, डॉ. संतोष पांडेय, डॉ. आशीष वर्मा, हितिका यादव, शशांक चंद्र, जितेन्द्र कुमार, एस यू ओ अंकित यादव, अंडर ऑफिसर अभय प्रताप, कैडेट अभय सिंह चंद्र प्रकाश,माधव सिंह, शिवांशु जोशी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।


No comments:
Post a Comment