नदी की जलधारा को प्रभावित किए जाने का आरोप
फतेहपुर, मो. शमशाद । जनपद में हो रहे अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक, मण्डलायुक्त मण्डल, जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेज कार्यवाही की मांग की गई। संचालित बालू साइडों पर पट्टाधारकों द्वारा निर्धारित क्षेत्रफल से काफी आगे बढ़कर बेखौफ बालू का खनन किया जा रहा है। खननकर्ताओं द्वारा नदी की जलधारा को बांधकर व पुल बनाकर लिफ्टिंग मशीनों व पोकलेन मशीनों द्वारा बालू का खनन किया जा रहा है, जबकि एनजीटी एवं उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश है कि बालू खनन के लिए किसी भी दशा में नदी की जलधारा को प्रभावित नहीं किया जा सकता एवं लिफ्टिंग मशीन व पोकलैण्ड का प्रयोग भी प्रतिबंधित है। इसके बावजूद भी बालू खननकर्ताओं द्वारा नदी की जलधारा को बांधकर लिफ्टिंग मशीन और पोकलेन मशीन के द्वारा बालू खनन का कार्य किया जा रहा है। जिससे नदी के मूल स्वरूप व अस्तित्व पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्रतिदिन असंख्य जलीय जीव जंतुओं का जीवन समाप्त हो रहा हैं। जो सीधे पर्यावरण के लिए खतरा है
जिसका असर मानव जीवन पर भी पड़ेगा। इस संबंध में युवा विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने कहा कि बालू लीज/पट्टाधारको द्वारा लीज एरिया से बढ़कर नदी की जलधारा में किये जा रहे बालू खनन पर रोक लगाई जाने, बालू का खनन व ट्रैकों पर लोडिंग मशीन द्वारा न कराकर मजदूरों द्वारा कराये जाने, बालू खनन के लिए नदी की जलधारा को मोड नहीं जा सकता इसके बावजूद नदी की जलधारा को मोड़कर व पूल बनाकर मशीनों द्वारा किये जा रहे बालू खनन पर रोक लगाये जाने, बालू लीज स्थल पर रेट बोर्ड लगाए जाने, बालू लीज स्थल के प्रत्येक कोने पर सीमा स्तंभ व लीज होल्डर का बोर्ड लगाये जाने जिस पर लीज होल्डर का पूरा नाम पता मोबाइल नंबर तथा रखवा लिखे जाने की मांग मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से की गई है। अन्यथा की स्थिति में जनहित को ध्यान में रखते हुए युवा विकास समिति धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी।


No comments:
Post a Comment