कैदियों को मिली नई दिशा
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त एक्शन प्लान पर जिला जज एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राकेश कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में तथा पूर्णकालिक सचिव सुश्री वर्णिका शुक्ला के नेतृत्व में शनिवार को जिला कारागार चित्रकूट में विधिक साक्षरता शिविर एवं विभिन्न निरीक्षण कार्यक्रम हुए। जिसमे बैरक संख्या-13 (हाता संख्या-3) का निरीक्षण करते हुए बंदियों की समस्याओं पर चर्चा की गई, जिसमें बंदी नत्थूराम ने उच्च न्यायालय में लंबित जमानत याचिका की जानकारी दी। शिविर में सचिव ने बंदियों को बताया कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिए जेल परिसर में स्थापित लीगल एड क्लिनिक के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संपर्क कर सकते हैं। इस मौके पर कारागार की पाकशाला, विधिक सहायता केंद्र तथा चिकित्सालय का
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| कैंप में कैदियों को शिक्षा देते अधिकारीगण |
भी निरीक्षण किया गया। भोजन की गुणवत्ता, सफाई, विधिक सहायता रजिस्टरों की प्रविष्टियाँ तथा चिकित्सालय में भर्ती 13 बंदियों के स्वास्थ्य उपचार को संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। शिविर में सहायक लीगल एड डिफेंस काउंसिल कुलदीप सिंह ने उपस्थित बंदियों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालशा) की नई योजनाओं- जागृति, दवन (ड्रग अवेयरनेस), तथा संवाद- की जानकारी दी। साथ ही आवाज उठाओ व लीगेसी ऑफ फ्री लीगल एड नामक डिजिटल पुस्तिकाओं के विमोचन की जानकारी दी। इस मौके पर अधीक्षक कारागार शशांक पांडेय, जेलर संतोष कुमार वर्मा, मुख्य न्याय रक्षक गया प्रसाद निषाद, सहायक न्याय रक्षकयोगेंद्र सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।


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