रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल समेत मंदिरों में पहुंचकर जरूरतमंदों को दिए कंबल
फतेहपुर, मो. शमशाद । कथावाचक गजेंद्र ठाकुर जी महाराज का आगमन केवल धार्मिक कार्यक्रम तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह आगमन मानवता और सेवा का संदेश बन गया। सर्द रातों में जब लोग ठंड से सिकुड़ रहे थे, उसी वक्त गजेंद्र बिना किसी प्रचार और शोर-शराबे के रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल, मंदिरों और शहर के अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचे। रात के अंधेरे में चुपचाप उन्होंने ठंड से कांप रहे गरीब और बेसहारा लोगों को कंबल ओढ़ाए। कई जरूरतमंदों को तो तब तक पता भी नहीं चला, जब तक उनके शरीर को गर्माहट महसूस नहीं हुई।
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| रेलवे स्टेशन में जरूरतमंद को कंबल देते कथावाचक। |
यह दृश्य केवल सहायता का नहीं, बल्कि संवेदना और करुणा का जीवंत उदाहरण था। गजेंद्र ठाकुर जी महाराज ने कहा कि समाज में ऐसे असंख्य लोग हैं, जिन्हें बस थोड़ी सी मदद की जरूरत होती है। अगर हर व्यक्ति अपने आसपास के जरूरतमंद का हाथ थाम ले, तो कोई भी न ठंड से परेशान होगा और न भूख से मजबूर। उन्होंने लोगों से अपील की कि सेवा किसी मंच की मोहताज नहीं होती, सच्ची मदद वही है जो बिना दिखावे की जाए। गजेंद्र ने बताया कि जहां-जहां वह कथा करने जाते हैं, वहां धार्मिक प्रवचन के साथ-साथ गरीबों की सहायता को अपना दायित्व मानते हैं।


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