सड़क और रेल यातायात को कोहरे ने किया प्रभावित
न्यूनतम तापमान में गिरावट आने का दावा कर रहे मौसम वैज्ञानिक
बांदा, के एस दुबे । मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। दिन में गुनगुनी धूप खिलने के बाद शाम होते ही ठंड का असर लोगों को महसूस हुआ। पछुवा हवाओं ने ठंड में इजाफा करना शुरू कर दिया है। कोहरे की धुंध शाम होते ही आसमान को अपनी आगोश में लेने का काम कर रही है। मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि आगामी दिनों में ठंड और बढ़ेगी। हालांकि भीषण शीतलहरी के साथ ही ठंड से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। कृषि विभाग ने भी किसानों को शीतलहरी के दौरान फसलों को बचाने के लिए उपाय बताए हैं। दिसंबर माह के दूसरे पखवारे में कड़ाके की ठंड पड़ने का दावा मौसम वैज्ञानिक कर रहे हैं। उनका कहना है कि जबरदस्त शीतलहरी का प्रकोप बढ़ेगा, इसके लिए लोग तैयार रहें।
दिसंबर माह के दूसरे पखवारे में मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। कोहरे की धुंध ने भी दस्तक दे दी है। दिसंबर माह के पहले पखवारे में ही कोहरे की धुंध ने आसमान को आगोश में लेना शुरू किया तो यातायात व्यवस्था भी बदहाल हो गई। सड़क पर जहां वाहन बिजली जलाकर रेंगते नजर आए, वहीं ट्रेनों के आवागमन में भी कोहरे की धुंध का असर स्पष्ट नजर आ रहा है। ठंड से अपना बचाव करने के लिए लोग जहां गर्म कपड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं आग जलाकर बदन सेंकते नजर आ रहे हैं। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के साथ ही ठंडी हवाओं के झोंकों की वजह से कोहरे ने पिछले दो दिनों से दस्तक दे दी है। सोमवार की शाम होते ही आसमान पर कोहरे की धुंध का असर नजर आ रहा था। इसके साथ ही आधी रात को पूरी तरह से कोहरे ने सब कुछ अपनी आगोश में ले लिया। कोहरे की धुंध की वजह से 10 मीटर की दूरी पर रखी वस्तु नजर नहीं आ रही थी।
घना कोहरे का कहर, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त
बांदा। पहाड़ों में शीतलहर के चलते सोमवार की सुबह घने कोहरे का असर दिखा। सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सर्दी और गलन के चलते लोग परेशान हैं, वहीं रोड पर चलने वाले वाहन भी रेड लाइट चलाकर धीमी गति से चल रहे हैं। विजिबिलिटी कम होने से सर्दी और गलन बढ़ गई है, और घना कोहरा चारों तरफ आसमान में छाया हुआ है। कोहरे की धुंध की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है। आवागमन के दौरान लोगों को जहां परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं वाहन भी रेंगते नजर आ रहे हैं। ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हुए अलाव से आग भी सेंक रहे हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर नगर पालिका की ओर से अलाव जलवाए जा रहे हैं।
नींद खुलते ही दिखी कोहरे की चादर
बांदा। सोमवार सुबह नींद से जागने पर लोगों ने गली-मोहल्लों में कोहरे की सफेद चादर देखी। शहर के नरैनी रोड, अतर्रा रोड समेत बांदा-कानपुर हाइवे और बांदा-कर्वी रोड सहित ग्रामीण मार्गों पर घना कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण सूर्य के दर्शन नहीं हुए, जिससे मौसम में ठिठुरन बढ़ गई। बढ़ती ठिठुरन के कारण बच्चे सिर से पांव तक गर्म कपड़ों में स्कूल पहुंचे। सुबह दस बजे के बाद हल्की धूप निकलने से लोगों ने कुछ राहत महसूस की। कोहरा छंटने के साथ ही यातायात भी सामान्य हो सका। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में अभी तक प्रशासन द्वारा अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
डॉक्टरों की सलाह, संभलकर रहें और गर्म कपड़े पहनें
बांदा। ट्रामा सेंटर के वरिष्ठ ईएमओ डॉ. विनीत सचान ने लगातार बढ़ रही ठंड के मद्देनजर लोगों को संभलकर रहने की अपील की है। कहा है कि ठंड बढ़ने के दौरान गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें। छोटे बच्चों को सुबह धूप में नहलाएं। उन्होंने कहा कि ठंड में लापरवाही करने पर जहां महिला और पुरुष बीमार हो सकते हैं, वहीं वृद्धजनों को भी परेशानी हो सकती है। चिकित्सक ने छोटे बच्चों की विशेष देखरेख करने की हिदायत अभिभावकों को दी है। कहा है कि लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।


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