असंगठित मजदूर मोर्चा की प्रदेश स्तरीय जन संगोष्ठी में बोले राष्ट्रीय अध्यक्ष
बांदा, के एस दुबे । असंगठित मजदूर मोर्चा की प्रदेश स्तरीय जन संगोष्ठी रविवार को बांदा शहर के महोखर बाईपास स्थित जमुनी पुरवा में मंगलवार को एक मैरिज लॉन में संपन्न हुई। कार्यक्रम में सैकड़ों असंगठित मजदूर जुटे। जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता एवं अरविजय प्रसाद के संचालन में चले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष दल सिंगार ने कहा कि मजदूरों की असली गुलामी वहीं से शुरू होती है, जहां से वह अपने हक और अधिकार के लिए सवाल-जवाब बंद कर देता है।”
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| संगोष्ठी को संबोधित करते दल सिंगार |
उन्होंने बताया कि देश में करीब 65 करोड़ असंगठित मजदूर हैं और 93 प्रतिशत आबादी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से असंगठित क्षेत्र से होने वाली आय पर निर्भर है। मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरी के 90 प्रतिशत शिकार दलित-आदिवासी समुदाय के लोग हैं। दल सिंगार ने कहा, “देश का असली निर्माता मजदूर है। हमें एकजुट होकर वंचितों के सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका निभानी होगी। राष्ट्रीय महामंत्री वर्षा भारती ने खासकर असंगठित क्षेत्र की महिलाओं से गुलामी छोड़कर अपने हक-अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। संगठन के संस्थापक सदस्य प्रमोद आजाद ने कहा कि संगठन के निरंतर प्रयासों से मजदूरों में जागरूकता बढ़ी है और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने बुंदेलखंड में बढ़ते पलायन पर चिंता जताते हुए सरकार से क्षेत्र में उद्योग-धंधे लगाने की मांग की।
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| मौजूद कामगार। |
कार्यक्रम में भारतीय सामाजिक सेवा संस्थान के शिवकुमार, प्रभात संस्था अध्यक्ष राजाराम यादव, भारतीय जनता मजदूर संघ के डॉ. पी.एन. वर्मा, युवा बुंदेलखंड कल्याण संगठन के अशोक कुमार शर्मा सहित कई समाजसेवियों व मजदूर नेताओं ने अपने विचार रखे। महिला मजदूर चुनकी देवी, ममता देवी, कुंती, नीलू, अनीता देवी, राधा, रागिनी, प्रियांशी आदि ने भी अपनी बात रखी।जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वर प्रसाद ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन गांव-गांव तक पहुंचकर मजदूरों को जागरूक करेगा ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक हकदार तक पहुंचे। कार्यक्रम में संतोष कुमार, दिनेश पटेल, रामपाल, चंद्रकिशोर वर्मा, पुष्पेंद्र, भास्कर समेत बड़ी संख्या में मजदूर और नेता मौजूद रहे।



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