पैलानी, के एस दुबे । तहसील के खपटिहा कला कस्बे के सिद्ध पीठ गड़ीदाई मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण की कथा के द्वितीय दिवस के अवसर पर कथावाचक पंडित अशोक कुमार बाजपेई ने महाभारत के सौतिक्त पर्व पर उद्धृत चर्चा की। कहा कि कहा कि दुर्योधन के अहंकार एवं अति महत्वाकांक्षा के चलते इतना
कथा बखान करते पंडित अशोक वाजपेयी |
भीषण रक्त पात हुआ आशय है, व्यक्ति का अहंकार सदा-दूसरों की प्रगति को निकल जाना चाहता है, लेकिन शाश्वत परिणाम यह है कि अहंकार अहंकारी को ही निगल लेता है, महत्वाकांक्षा बुरी नहीं है। महत्वाकांक्षा आपकी प्रगति पर सदा सहायक है परंतु दूसरों को रौंदकर लक्ष्य तक पहुंचाने की प्रवृत्ति व्यक्ति और समाज के लिए बहुत
मौजूद श्रोतागण |
घातक है, यही दुर्योधन ने किया। परिणाम सामने है, इस अवसर पर सिद्ध पीठ गढ़ीदाई आश्रम में श्रद्धालु भक्तों की अपार भीड़ इकट्ठी रही है, भागवत कथा सुनने के लिए आसपास के इलाकों से श्रद्धालु भक्तों की अपार भीड़ मंदिर प्रांगण में इकट्ठी हो रही है। कथा परिचित पंडित राजकुमार द्विवेदी सपत्नी परिवार कथा श्रवण कर रहे हैं।
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