कानपुर, प्रदीप शर्मा - क्राइस्ट चर्च कॉलेज मे कानपुर के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल द्वारा गुरुवार को यंत्र 2025 उभरते इनोवेशन को उजागर करना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में नवाचार तकनीकी विकास व व्यवसाय को बढ़ावा देने व उसका समर्थन करने हुए प्रेरित करना एवं कार्यक्रम में आवश्यक संसाधन जैसे फंडिंग, मेंटरशिप, कार्यक्षेत्र और प्रशिक्षण प्रदान करने की जानकारी देना रहा जिससे अंततः उन्हें अपने अभिनव अवधारणाओं को बाजार में व्यवहार्य उत्पादों या सेवाओं में बदलने में मदद मिल सके। कॉलेज के डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई तथा कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया। इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल के संयोजक प्रो. मनीष कपूर ने विषयगत विवरण दिया। उन्होंने बताया कि 2022 में सेल की स्थापना के बाद से ही कॉलेज ने इनोवेशन,
इनक्यूबेशन और उद्यमिता (आईआईसी) की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। 21वीं सदी में नवाचार के बदलते समय और इसकी मांग के साथ, कठिनाइयों से समायोजन करते हुए, नवाचार, ऊष्मायन और उद्यमिता केंद्र के महत्व पर जोर देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। कॉलेज गवर्निंग बॉडी के सचिव और प्रिंसिपल प्रो. जोसेफ डैनियल ने कहा कि कॉलेज का उद्देश्य अपने छात्रों और शिक्षकों के बीच प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रबंधन आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देना है और इस तरह मांग आधारित विचारों और नवाचारों के विकास के लिए ज्ञान के व्यावहारिक अनुप्रयोग की सुविधा प्रदान करना है जो समाज को लाभ पहुंचाते हैं। इसे अकादमिक ढांचे में शामिल करके छात्रों और शिक्षकों में उद्यमशीलता की प्रवृत्ति विकसित की जाएगी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ भक्ति वी शुक्ला सहायक निदेशक, एफएफडीसी, कन्नौज ने कहा कि क्राइस्ट चर्च कॉलेज का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है यह लगभग 160 वर्ष पुराना कॉलेज कानपुर में है यह हम सभी के लिये गौरव की बात है, उन्होंने कहा कि आप सभी विद्यार्थियों को भी गौरवान्वित महसूस करना चाहिये कि वह इस कॉलेज के विद्यार्थी है। जैसे समय के साथ जरूरतों के अनुरूप चीजों का अविष्कार होता है जैसे पहले एक साबुन सिर्फ आता था अब उपयोग के अनुसार भिन्न भिन्न साबुन आने लागे है। उसी प्रकार समय और आवश्कयता अनुसार अपने आईडिया को मूर्तरूप देने के लिये कॉलेज के शिक्षकों का सहयोग ले कर बिज़नेस मॉडल बनाये और नौकरी करने के बजाय नौकरी देने वाले बने जिसके लिए भारत सरकार व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाये है । इस सत्र के बाद कानपुर और आसपास के स्थानों में इनक्यूबेशनः चुनौतियां और अवसर विषय पर पैनल चर्चा हुई। पैनलिस्ट प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय, केंट चेयर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन, बीएसबीई, आईआईटी कानपुर और अमित टंडन, उद्यमी थे। चर्चा में मेंटरशिप तक पहुंच उद्योग जगत के नेताओं के साथ नेटवर्किंग और शुरुआती चरण के स्टार्टअप के लिए अपने विचारों को विकसित करने के लिए एक सहायक वातावरण जैसे अवसरों पर चर्चा की गई और चुनौतियों में फंडिंग हासिल करना जटिल विनियामक परिदृश्यों को नेविगेट करना और इनक्यूबेशन प्रोग्राम की स्थिरता और विकास सुनिश्चित करना शामिल है। इस अवसर पर स्टार्ट-अप मेला का आयोजन किया गया। छात्रों ने मॉडल और प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी नवीनता का प्रदर्शन किया।
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