चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । चित्रकूटधाम में श्री चौरासी कोसीय परिक्रमा यात्रा का शुभारंभ जानकीकुंड के रघुबीर मंदिर आश्रम बड़ी गुफा से हुआ। परमहंस संत रणछोड़दास महाराज की परंपरा के अनुसार, यह ग्यारह दिवसीय परिक्रमा फाल्गुन शुक्ल द्वितीया से त्रयोदशी तक चलेगी। परिक्रमा में भारत के विभिन्न राज्यों से आए संत-महंत व श्रद्धालु सम्मिलित हुए। भगवान श्रीराम के वनवास काल के पदचिह्नों पर चलते हुए यह यात्रा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश
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चौरासी कोसीय परिक्रमा करते शुभारंभ साधु-संत |
के सीमावर्ती तीर्थस्थलों का दर्शन कराएगी व अंत में रघुबीर मंदिर परिसर में संपन्न होगी। श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद, दक्षिणा व तिलक लगाकर सम्मानपूर्वक विदा किया गया। भगवान हनुमान के प्रतीक ध्वज के साथ कोतवाल संतों के निर्देशन में यात्रा आगे बढ़ी। इस मौके पर संत सीताशरण जी महाराज, फलहारी जी महाराज, नागा जी पंजाबी भगवान, राघवशरण पुजारी, आरबी सिंह चौहान, आचार्य अनिल शास्त्री एवं गुरुकुल के आचार्य सहित अन्य मौजूद रहे।
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