शनिवार की देर शाम बाइक से घर जा रहे थे सर्राफा व्यवसायी पिता-पुत्र
डीआईजी और एसपी ने मौके पर पहुंचकर की जांच-पड़ताल, दो टीमें गठित
बांदा, के एस दुबे । बाइक में सवार होकर घर जा रहे सर्राफा व्यवसायी पिता-पुत्र को पीछे से आए दो बाइकों में सवार चार बदमाशों ने गोली मार दी। सर्राफा व्यवसायी के घायल हो जाने पर बदमाश तीन किलो चांदी और सोने के साथ ही सात हजार रुपयों से भरा बैग लेकर भाग निकले। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घायल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। डीआईजी और एसपी ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। लूट का खुलासा करने के लिए एसओजी और पुलिस की दो टीमें बनाई गई हैं। गिरवां थाना क्षेत्र के तिंदुही गांव निवासी मिथलेश सोनी (28) बहेरी गांव स्थित हीरालाल साहू के मकान में लगभग तीन वर्ष से किराए पर लेकर सर्राफा की दुकान किए है। शनिवार को उसका बेटा पंकज भी दुकान पर था। मिथलेश के मुताबिक देर शाम चांदी और सोने के साथ ही सात
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| घटनास्थल पर मौजूद डीआईजी राजेश एस. और एसपी अंकुर अग्रवाल। |
हजार रुपया नगद से भरा बैग लेकर वह अपने बेटे पंकज के साथ बाइक से बहेरी गांव से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में बछेही गांव के समीप सुनसान इलाके में दो बाइकों में सवार चार नकाबपोश बदमाश आए और बाइक आगे लगा दी। रुपयों से भरा बैग खींचने के लिए बदमाशों ने छीना-झपटी की। पंकज के विरोध करने पर बदमाशों ने तमंचे से गोली मार दी। सर्राफा व्यवसायी पंकज की जांघ में गोली लगते ही वह जमीन पर गिर गया। बदमाश पांच सोने-चांदी और रुपयों से भरा बैग लेकर मौके से भाग निकले। शोरशराबा सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। गिरवां थाना प्रभारी राधाकृष्ण ने एंबुलेंस के जरिए घायल को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। खबर पाकर डीआईजी और पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल
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| मेडिकल कॉलेज में भर्ती घायल सर्राफा व्यवसायी पंकज सोनी। |
की। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि लूट का जल्द ही खुलासा किया जाएगा। एसओजी समेत दो पुलिस टीमें गठित कर बदमाशों की सुरागरसी शुरू कर दी गई है। गौरतलब हो कि गिरवां थाने में जो एफआईआर दर्ज की गई है उसमें सात हजार रुपया नगद का उल्लेख है। सोने-चांदी या फिर जेवरों के बारे में जांच पड़ताल की बात कही गई है। लूट का शिकार हुए मिथलेश का कहना है कि निश्चित तौर पर लुटेरों ने कई दिनों तक रेकी की। तभी लूट की घटना को अंजाम दिया गया। पीड़ित ने बताया कि वह अपने बेटों के सहयोग से फेरी लगाने का काम भी करते हैं।



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