दरवाजा खुलते ही कोर्ट के अंदर घुस गया आरोपी, पूछने पर कुछ भी बोलने से इनकार
तीन युवतियों को नौकरी का झांसा देकर कर रहे थे दुष्कर्म, सलाखों के पीछे पहुंचे
मामले के तीन आरोपी पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल, पुलिस ने ली राहत की सांस
बांदा, के एस दुबे । बहुचर्चित यौन शोषण मामले के चौथे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टोह लेती रह गई। आरोपी ने पुलिस को चकमा देते हुए बुधवार की सुबह एससीएसटी न्यायालय में समर्पण कर दिया। न्यायालय खुलने के पहले ही आरोपी वहां पहुंच गया था, गेट खुलते ही तुरंत अंदर घुस गया। न्यायालय से बाहर निकलने के दौरान सवाल पूछे जाने पर आरोपी कुछ नहीं बोला। मानव तस्करी के एक आरोपी समेत तीन आरोपी पहले ही जेल जा चुके हैं। दो आरोपियों को ही पुलिस गिरफ्तार कर पाई जबकि दो आरोपियों ने पुलिस की तमाम कारगुजारी को धता बताते हुए अदालत में सरेंडर किया। तीन युवतियों को नौकरी का झांसा देकर उनका यौन शोषण करने और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के मामले का आखिरकार 13वें दिन गुरुवार को सुबह पटाक्षेप हो गया। पुलिस की गिरफ्त से बचने और मामले काे सुलटाने के सभी प्रयास विफल होने के बाद जहां बुधवार को एक
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न्यायालय के बाहर पुलिस गिरफ्त में यौन शोषण का आरोपी आशीष अग्रवाल गमछे से चेहरा ढके हुए। |
आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया, वहीं दूसरे ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। मामले के अंतिम आरोपी आटो पार्टस कारोबारी आशीष अग्रवाल ने भी गुरुवार को एससीएसटी कोर्ट में सरेंडर किया। बताया जाता है कि अग्रवाल ने भी अन्य आरोपियों की तरह ही पुलिसिया कार्रवाई से बचने और मामले को निपटाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन हर तरफ से विफलता हाथ लगने पर उसने अदालत की शरण में जाना ही मुनासिब समझा। गौरतलब हो कि 22 मार्च को शहर के अलग अलग मोहल्लों की रहने वाली तीन युवतियों ने शहर कोतवाली में तहरीर देकर बताया था कि शहर के तीन बड़े कारोबारियों ने उन्हें नौकरी का झांसा देकर उनके साथ न सिर्फ यौन शोषण किया, बल्कि अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने का प्रयास भी किया था। आरोप लगाया था कि नशा पिलाने के बाद निर्वस्त्र कर उनसे डांस कराते थे। मामले की गंभीरता समझते हुए पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके विवेचना शुरू कर दी थी। विवेचना अधिकारी सीओ सिटी राजीव
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आरोपी आशीष अग्रवाल। |
प्रताप सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए और उनके घरों पर छापा मार कार्रवाई करते हुए आरोपियों के परिजनों पर भी शिकंजा कसा। वहीं पुलिस ने मामले में एक अन्य आरोपी नवीन विश्वकर्मा जिसने युवतियों को इन रईसजादों से मिलवाया था, उसे मानव तस्करी की धाराओं में जेल भेज दिया। इसी बीच बुधवार की सुबह पुलिस टीम ने एक आरोपी जल निगम ठेकेदार लोकेंद्र सिंह चंदेल को मध्य प्रदेश के कटनी स्थित एक होटल से गिरफ्तार कर जेल भेजा तो अन्य आरोपियों में भी खलबली मच गई। लोकेंद्र की गिरफ्तारी से चंद घंटे बाद ही आरोपी गुटखा व्यवसायी स्वतंत्र साहू ने अदालत में आत्म समर्पण कर दिया। जबकि गुरुवार को मामले के अंतिम आरोपी आटो पार्टस कारोबारी आशीष अग्रवाल ने भी अदालत में सरेंडर किया। पुलिस ने अदालत के आदेश के बाद मेडिकल परीक्षण कराते हुए आरोपी को जेल भेज दिया।
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