प्रति वर्ष 26 मई को कार्यक्रम आयोजित कर दी जाती है श्रद्धांजलि
बांदा, के एस दुबे । भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने सोमवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करते हुए मारे गए व्यापारियों को नमन करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित किए गए। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी और व्यापारी एकत्रित हुए और विभिन्न आंदोलनों में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अपने शहीदों को नमन किया। जिला भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के समस्त पदाधिकारियों और व्यापारियों ने शहीद हुए व्यापारियों के बलिदान को याद किया। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष अमित सेठ भोलू ने बताया कि 50 वर्ष पहले जब व्यापारियों का शोषण हुआ करता था और व्यापारी समाज को उत्पीड़ित किया जाता था। व्यापारियों का सम्मान नहीं हुआ करता था बल्कि उन्हें हेय दृष्टि से देखा जाता था, तब लाला विशम्भर दयाल और पंडित श्याम बिहारी मिश्रा, रविकांत गर्ग, अरुण अग्रवाल ने व्यापार मंडल की बुनियाद रखी और व्यापारियों को संगठित कर संघर्ष का बिगुल बजाकर व्यापारी समाज को अन्याय अत्याचार से निजात दिलाने के लिए आवाज़ बुलंद की। संगठन के बैनर
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| कैंडिल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते व्यापारी। |
तले अनेक बार आंदोलनों का सहारा लेना ही एकमात्र विकल्प उपलब्ध था। 26 मई 1979 को लखनऊ के अमीनाबाद में बिक्री कर विभाग के सर्वे-छापे को बंद कराने को लेकर* तत्कालीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने में पुलिस की गोली से 23 साल के एक नवयुवक हरिश्चंद्र अग्रवाल की मृत्यु हो गई थी तब से लेकर के अभी तक विभिन्न व्यापारी आंदोलनों व व्यापारियों के सम्मान के लिए संघर्ष में 14 व्यापारी अलग-अलग आंदोलनों में शहीद हुए हैं उन्हीं की याद में प्रत्येक वर्ष 26 मई को व्यापार मंडल शहीद दिवस के रूप में मनाता है। व्यापारी जगत के हितों के लिए शहीद हो गए बहादुर व्यापारी साथियों को याद करने के लिए सोमवार को एक मैरिज हॉल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया और व्यापारी शहीदों को भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।


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