बाबा साहब का सपना साकार
पीडीए की निकली हवा
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कैबिनेट बैठक में लिए गए ऐतिहासिक निर्णय जातिगत जनगणना को लेकर देश भर के वंचित, शोषित, दलित और पिछड़ा वर्ग में भारी उत्साह व समर्थन देखा जा रहा है। इस फैसले को सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर बताया जा रहा है। चित्रकूट में पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह पटेल ने इसे बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के अधूरे मिशन को पूरा करने वाला निर्णय बताते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने लगातार पिछड़ों व दलितों के साथ छल किया। मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने में टालमटोल की गई, और जब 1990 में जनता दल की सरकार ने भाजपा के समर्थन से आरक्षण लागू किया, तब कांग्रेस ने उसका विरोध किया। कहा कि आज समाज के दबे-कुचले वर्गों को गिनती में लाने, वास्तविक सामाजिक-आर्थिक स्थिति का आकलन करने और विकास की योजनाओं को लक्ष्य आधारित बनाने का समय आ गया है। मोदी सरकार इस दिशा में साहसिक कदम उठा रही है, जिससे देश का 85
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| पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल |
प्रतिशत पीडीए- पिछड़ा, दलित, अगड़ा- एकजुट होकर स्वागत कर रहा है। आरके सिंह पटेल ने समाजवादी पार्टी व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने कभी भी सत्ता में रहते हुए जातिगत जनगणना को आगे नहीं बढ़ाया। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने आरक्षण के लाभ को एक जाति तक सीमित कर अन्य पिछड़ी जातियों के युवाओं के साथ अन्याय किया। लोक सेवा आयोग में भी आरक्षण का लाभ समान रूप से नहीं बांटा गया। पूर्व सांसद ने सपा के 2013 में प्रमोशन में आरक्षण बिल को संसद में फाड़ने की घटना को याद करते हुए कहा कि यही दल आज पीडीए की राजनीति का दिखावा कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि वंचित समाज को असली सम्मान और हक दिलाने का काम अब मोदी सरकार कर रही है।


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