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Monday, May 26, 2025

अफसरों के दावे फेल, खस्ताहाल सड़क बांट रही दर्द

सड़क संघर्ष समिति ने बुलंद की आवाज, आज से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह होगा शुरू

विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन, होगी आर-पार की लड़ाई

खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद । खागा-नौबस्ता मार्ग के गहरे जानलेवा गड्ढे यह बताने के लिए प्रयाप्त है कि तहसील में विकास किस कदर हुआ है। सड़क पैचिंग के नाम लाखों करोड़ो रूपयों का बंदरबांट हो गया लेकिन हालत जस के तस बने हैं। सड़क भी अब चीखने लगी है कि कब उसके दर्द पर मरहम की पट्टी लगाई जाएगी। आए दिन लोग हादसे में जान गंवा रहे हैं। नौबस्ता घाट में लोग त्योहारों में गंगा स्थान करने और क्षेत्र में हुई मृत्यु पर दिवंगत की अंतिम यात्रा गंगा घाट पर होती है। उसके बाद भी जनप्रतिनिधियों व अफसरों की संवेदनहीनता बरती जा रही है। हालांकि, मंगलवार को होने वाले अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर सड़क संघर्ष समिति के सहयोग में तमाम संगठन समर्थन दे रहे हैं। व्यापारियों, नगरवासियों व युवाओं में काफी जोश सड़क निर्माण को लेकर देखा जा रहा है। 

अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को लेकर रणनीति बनाते विभिन्न संगठनों के लोग।

बुंदेलखंड समिति के राष्ट्रीय केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय व व्यापार मंडल जिला अध्यक्ष शिवचन्द सिंह ने बैठक की है। बैठक में अन्य संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल रहे। बदहाली की आंसू बहा रही नौबस्ता मार्ग को लेकर सभी में सहयोग की भावना जागृति हुई है। प्रवीण पांडेय व शिवचंद्र शुक्ला जिस तरह से निस्वार्थ भाव से सड़क निर्माण को लेकर गति दी जा रही है मानो उसके साथ स्वयं भगवान आ गए। सालों से ओवरलोड वाहन सड़क का सीना छलनी कर रहे, तो अफसरों की दौड़ती गाड़ियां भी उन्हें कुचलने से एतराज नहीं करती। छोटे वाहन ई रिक्शा, बाइक सवार, स्कूली बच्चे आदि अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है। मंगलवार को सत्याग्रह की तैयारियां होने सड़क ने भी राहत की सांस लेनी शुरू कर दी। उसे एक उम्मीद जगी है कि अब शायद इसका दर्द सुना जाए।

बजट का बंदरबाट, खून से लाल होती सड़क

खागा, फतेहपुर। खागा-नौबस्ता मार्ग की बदहाली हर किसी के जुबान पे है। ऐसा नहीं कि इसका बजट न आया हो। पिछले कुछ महीनों पहले कुछ चिन्हित स्थानों में विभागीय अधिकारियों द्वारा पैचिंग के नाम महज खानापूर्ति की गई। बजट का बंदरबाट हो गया। रायबरेली, ऊंचाहार, लखनऊ को जोड़ने वाली मुख्य सड़क में लोग दुर्घटना का शिकार बनते हैं। पिछले दिनों सड़क संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से लोक निर्माण विभाग अधिशाषी अभियंता एके सिंह ने दावा किया था कि रविवार तक नौबस्ता मार्ग पर निर्माण शुरू कर राहत का मरहम लगाया जाएगा। लेकिन अफसरों की मनमानी और मनमर्जी के आगे सबका दर्द बेकार है।


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