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Friday, July 18, 2025

बारिश से ढह गए कच्चे मकान, हुआ लाखों का नुकसान, दबकर मरे मवेशी

 जिले के विभिन्न स्थानों पर कच्चे मकान हुए धराशाई, कराह उठे लोग

बांदा, के एस दुबे । पैलानी तहसील के खप्टिहा कलांं गांव निवासी उमेश सोनकर का रिहायसी कच्चा मकान गुरुवार रात हुई मूसलाधार बारिश से ढह गया। मकान में रखे टीन टप्पर व अन्य सामान मकान के नीचे दब जाने से भारी नुकसान हुआ। लगातार रुक-रुक कर हो रही बरसात से तमाम गरीबों के मकान ढहने की कगार पर पहुंच गए हैं। कालिंजर क्षेत्र के बहादुरपुर पंचायत ग्राम गड्डीहा मैं भारी बरसात के चलते तीन किसानों सहित एक कोटेदार का घर गिर गया। वहीं बहादुरपुर पंचायत के मांगी पुत्र शंकर मथुरा पुत्र शंकर रमेश पुत्र शंकर राजेश पुत्र
बारिश से ढहा मकान।

शंकर इन चारों किसानों का कच्चा मकान बारिश के चलते गिर गया गृस्ती का सामान मलबे में दब गया अलग-अलग लोगों का अलग-अलग नुकसान हुआ। थाना बिसंडा के ग्राम दफ्तरा में गुरुवार को दिन-रात हुई मूसलाधार बारिश से गांव में जलभराव की गंभीर स्थिति बन गई। पानी की निकासी न होने के कारण गांव के अंदर पानी भर गया, जिससे आधा दर्जन से अधिक कच्चे मकान गिरकर ढह गए। गनीमत रही कि ग्रामीणों की सतर्कता से कोई
कालिंजर क्षेत्र के गड्डिहा गांव में बारिश से ढहा मकान।

जनहानि नहीं हुई। इसी गांव के किसान रामसिया पटेल का कच्चा पशु बाड़ा भी भारी बारिश की वजह से मिट्टी में तब्दील हो गया। बाड़े के अंदर बंधे छह गोवंश में से दो भैंस और एक पड़वे की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि दो गाय और एक बछिया को ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला, लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गए।बारिश से कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों का घरेलू सामान भीगकर खराब हो चुका है। ग्रामीण दयाधर पटेल ने बताया कि जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से पूरे गांव में पानी भर गया है और लोग अपने घरों में कैद हैं। यदि जल्द जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो अन्य कच्चे मकानों के भी ढहने का खतरा बना
खुरहंड पावर हाउस में भरा लबालब पानी व निकलते लोग।

हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल राहत की मांग की है। समाजसेवी पीसी पटेल ने पीड़ित के घर पहुंचकर प्रशासन को जानकारी देकर आर्थिक सहायता की मांग किया है। जसपुरा क्षेत्र में पिछले दिनों हुई भारी बारिश ने ग्रामीणों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार को तेज बारिश के चलते नाँदादेव, मथुरापुरी और ग्राम पंचायत जसपुरा के मजरे विलौड़ा डेरा व महिला डेरा में कई कच्चे मकान धराशायी हो गए। इससे ग्रामीणों के सामने रहने-खाने का संकट खड़ा हो गया है। मथुरापुरी निवासी सुरेंद्र कुमार व अरविंद कुमार पुत्रगण बाबा दीन, नाँदादेव निवासी भूरी पत्नी रामबाबू, विलौड़ा डेरा के स्वामी दीन निषाद, राकेश पुत्र धनीराम निषाद, और महिला डेरा की फुलिया पत्नी
अतर्रा में सिविल लाइन में कच्चे मकानों के अंदर घुसा पानी।

राकेश का मकान पूरी तरह गिर गया। पीड़ित परिवारों के पास अब न तो रहने को छत है, न ही जरूरी सामान बचा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आर्थिक मदद की मांग की है। पीड़ितों का कहना है कि यदि समय रहते राहत नहीं मिली, तो उनका जीवन और कठिन हो जाएगा। लोगों ने तहसील प्रशासन से मौके पर टीम भेजकर सर्वे कराने और आपदा राहत के तहत मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। अतर्रा के सिविल लाइन दलित बस्ती में गुरुवार रात हुई भारी बारिश के बाद शुक्रवार सुबह तालाब ओवरफ्लो हो गया। गंदा पानी गलियों में भर गया और एक दर्जन से अधिक घरों में घुस गया, जिससे लोग घरों में कैद हो गए। तालाब की हालत बदतर है और पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। उधर चौक बाजार में भी दुकानों और घरों में पानी घुस गया।

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