यूपी और एमपी के एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मेले में दर्ज कराई आमद
मेले में बुंदेली राई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर झूमे लोग
नरैनी, के एस दुबे । कालिंजर दुर्ग के ऐतिहासिक कतकी मेले में दूसरे दिन गुरुवार को एक लाख से अधिक संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे। सरोवरों में डुबकी लगाकर भगवान नीलकंठ के दर्शन किये। मेला में बुंदेली राई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लुफ्त उठाया। ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व के कालिंजर दुर्ग में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन भी मेला देखने वालों की जबरदस्त भीड़ रही। वहां पहुंचे लोगों ने दुर्ग में वेंकट बिहारी मंदिर, रानी महल, जकीरा महल, चौबे महल, मृग धारा, पाताल गंगा, पत्थरों को बनाई गई गुफाओं और देवी देवताओं की शिल्प कृतियों को देखा। शिव भक्तों ने भगवान नीलकंठ के दर्शन किये। पुरातत्व के अधिकारियों द्वारा पहली बार सातवां
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| कालिंजर दुर्ग में नीलकंठ के दर्शन को उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। |
फाटक नही खोला गया, इससे ज्यादातर दर्शनार्थी मुख्य वाहन मार्ग से पैदल चलकर दुर्ग में पहुंचे। दुर्ग में पहुंचने के लिए कटरा सीढ़ी मार्ग तरहटी से सीधे नीलकंठ मंदिर मार्ग और मुख्य वाहन मार्ग है। यही नहीं बरसात में क्षतिग्रस्त हुए मुख्य मार्ग को भी ठीक नही कराया गया। गंदगी होने की वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। कटरा मेला मैदान में छतरपुर से आये कलाकारों ने बुंदेली राई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया। मेला में कई तरह के झूले भी लगाए गए थे, जिसका बच्चों महिलाओं और युवकों ने लुफ्त उठाया। किले के नीचे लगे पारम्परिक मेला में महिलाओं ने खरीददारी की।


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