कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई एक दिवसीय कार्यशाला
बाँदा, के एस दुबे । जिलाधिकारी के निर्देश पर रिमोट सेसिंग एप्लीकेशंस सेंटर (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) के वैज्ञानिकों ने एक दिवसीय कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों के समक्ष जनपदवार डिजिटल डाटाबेस प्रस्तुत किया। बताया कि इस तकनीक का उपयोग कृषि, राजस्व, भू-संचय, जल-संचय, प्राकृतिक आपदा, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, सिंचाई विभाग, जल निगम, नलकूप, सड़क, वन आदि में किया जाता है। कलक्ट्रेट स्थित सभागार में बुधवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में लखनऊ के रिमोट सेसिंग एप्लीकेशंस सेंटर (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) वैज्ञानिकों अर्जुन सिंह, डाॅ. पीपीएस यादव व डाॅ. जय कुमार मिश्रा ने विभिन्न परियोजनाओं में रिमोट सेसिंग एप्लीकेशंस सेंटर व जीआईएस तकनीक का उपयोग करके जनपदवार तैयार डिजिटल डाटाबेस प्रस्तुत किया। बताया कि इस तकनीक का उपयोग कृषि, राजस्व, भू-संचय, जल-संचय, प्राकृतिक आपदा, ग्राम्य
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| कार्यशाला को संबोधित करते हुए अतिथि |
विकास, पंचायती राज, सिंचाई विभाग, जल निगम, नलकूप, सड़क, वन आदि में किया जाता है। साथ ही भुवन पोर्टल पर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा लिडार तकनीक के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल (पीएमजीएसपी) के माध्यम से विभिन्न विभागों के डाटाबेस के बारे में भी जानकारी दी गई। इस मौके पर सभी उप जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, अधिशासी अधिकारी, उप निदेशक कृषि, कृषि रक्षा अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला पंचायत अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, सामाजिक वानिकी, जिला विद्यालय निरीक्षक, उपायुक्त एनआरएलएम, उपायुक्त मनरेगा, जल निगम, लघु सिंचाई समेत सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।


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