आदिवासी अंचल में जागी शिक्षा की उम्मीद
मानिकपुर/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले के मानिकपुर ब्लॉक के सरैया ग्राम पंचायत के मजरा घाटी कोलान और रमपुरिया में बाल दिवस इस बार सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि उम्मीदों का उजाला बनकर उतरा। जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति चित्रकूट ने जीव दया फाउंडेशन, यूएसए के सहयोग से यहाँ के आदिवासी बच्चों के साथ बाल दिवस का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया, जिसका मूल उद्देश्य था- जरूरतमंद बच्चों तक शिक्षा और मूलभूत सामग्री पहुँचाना, उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरना, और अभिभावकों में शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता जगाना। संस्था के कार्यकर्ता आदित्य ने बच्चों व अभिभावकों से संवाद कर स्वच्छता, पोषण, नियमित पढ़ाई तथा आत्मविश्वास के
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| कार्यक्रम में मौजूद आदिवासी बच्चे |
महत्व को सरल भाषा में समझाया। इस अवसर पर मानिकपुर के बाल विकास परियोजना अधिकारी अनुज प्रताप सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने अभिभावकों को शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं- नेशनल स्कॉलरशिप, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा अन्य जनकल्याणकारी अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बच्चों को इन योजनाओं का लाभ समय पर दिलाने की अपील की। कार्यक्रम के अंत में सीपीडीओ ने समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहलें ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्रों में बच्चों के भविष्य को संवारने में अमूल्य भूमिका निभाती हैं।
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