खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद । नगर के एक गेस्ट हाउस में शुक्रवार को आयोजित श्रीराम कथा महोत्सव के दौरान श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला। राघव किशोरी सेवा ट्रस्ट अयोध्या से पधारीं सुप्रसिद्ध कथावाचिका वैदेही सुरभि ने श्रीराम कथा का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने माता कैकेई द्वारा भरत को राज्यतिलक व प्रभु श्रीराम के वन गमन प्रसंग का मार्मिक वर्णन करते हुए श्रोताओं की आंखें नम कर दिया। कथावाचन के दौरान वैदेही सुरभि ने बताया कि माता कैकेई का निर्णय केवल व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं, बल्कि रामलीला के माध्यम से लोकमंगल की स्थापना का कारण बना। श्रीराम का वन गमन त्याग, मर्यादा और कर्तव्य का सर्वाच्च उदाहरण है, जो
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| कथा में प्रवचन करतीं वैदेही सुरभि। |
आज भी मानव जीवन को सही मार्ग दिखाता है। भरत के राज्यतिलक का प्रसंग बताते हुए उन्होंने कहा कि भरत का हृदय सदैव श्रीराम के प्रति समर्पित रहा और उन्होंने राज्य को कभी भी अपने सुख के लिए नहीं अपनाया। कथा के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भक्ति रस में डूबे रहे। जय श्रीराम के नारों और भजनों से पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया। भारी संख्या में श्रोता कथा सुनने के लिए उपस्थित रहे। आयोजक चेयरमैन गीता सिंह एवं प्रतिनिधि रामगोपाल सिंह द्वारा कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्थाएं की गई थीं। प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर राकेश सिंह, गौरव सिंह, गया सिंह, रीता सिंह, राजू त्रिवेदी बालाजी, रेखा त्रिवेदी मौजूद रहे।


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