चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि : अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान द्वारा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से जनपद की पांच ग्राम पंचायतों (डोडामाफी, टिकरिया, मनगवां, बम्भिया, इटवा डुडैला) के 15 गाँवों में संचालित किए जा रहे कृषि, बागवानी, जल संरक्षण, एवं आजीविका सम्बन्धी कार्यक्रम के तहत ग्राम विकास समितियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें ग्राम विकास से जुड़ी संस्थागत गतिविधियों की जानकारी प्रदान की गई। जिला मुख्यालय के रानीपुर भट्ट स्थित भारत जननी परिसर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पाँचों गाँवों के विकास समिति के 20 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। संस्थान इन समितियों के सहयोग से मेडबंधी, खेत तालाब, वर्षा जल संचयन के लिए दोहा, महिलाओं के लिए सामुदायिक स्नान घर आदि विविध कार्य सम्पन्न करेगी। प्रशिक्षण में सभी सदस्यों को
संस्थापक गोपाल भाई ने बताया कि गाँव के विकास में समितियों की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने गीतों के माध्यम से सभी किसानों को गौ-आधारित प्राकृतिक कृषि करने की प्रेरणा दी। प्रशिक्षक गजेन्द्र ने सहभागिता के महत्व की जानकारी देते हुए कहा कि जिस प्रकार घर के किसी बड़े एवं महत्वपूर्ण कार्य को सभी के सहयोग एवं जिम्मेदारी से सकुशल सम्पन्न किया जाता है, उसी प्रकार ग्राम विकास के महत्वपूर्ण कार्य को सभी के परस्पर सहयोग से किया जाना चाहिय। कहा कि सभी को अपनी बात रखने का सामान अवसर मिलना चाहिए। परियोजना समन्वयक विजय कुमार ने परियोजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की। तीन वर्षों में पाँचों ग्राम पंचायतों में होने वाली गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि इनसे सभी गांवों के लगभग 2000 परिवार लाभान्वित होंगे। इस मौके पर निदेशक राष्ट्रदीप, विश्वदीप, सरला, राजाराम, भरतलाल, देवकुमार आदि मौजूद रहे।


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