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Thursday, September 21, 2023

बुन्देली कृषि की समृद्धि को किसान मेले जरूरी : मंत्री

कृषि विश्वविद्यालय में अक्टूबर माह में होगा तीन दिवसीय मेले का आयोजन 

किसान मेला विवरणिका का भी किया गया विमोचन 

बांदा, के एस दुबे । कृषि तकनीकी के विकास एवं प्रसार के लिए किसान मेले का आयोजन अत्यन्त ही उपयोगी माध्यम है। किसान मेले में कृषकों एवं कृषि से जुड़े सभी हितधारकों के ज्ञान, अवसर व कौशल वर्धन हेतु सुगम एवं प्रभावशाली माध्यम है। कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय की ओर से किसान मेले का आयोजन 27 से 29 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय परिसर के मेला ग्राउण्ड में किया जाएगा। इस मेले से बुन्देलखण्ड के कृषि एवं विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई विभिन्न तकनिकियों के माध्यम से कृषक लाभान्वित होगें। यह बात कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने विश्वविद्यालय भ्रमण के दौरान किसान मेला के विवरणिका के विमोचन के अवसर पर कही।

किसान मेला विवरणिका का विमोचन करते मंत्री सूर्यप्रताप शाही

मंत्री श्री शाही ने विश्वविद्यालय में चित्रकूटधाम, झाँसी एवं विन्ध्य मण्डल के कृषि की समीक्षा बैठक में उपस्थित राज्य के शीर्ष कृषि अधिकारियों, मण्डल के कृषि पधाधिकारियों की उपस्थिति में किसान मेला के विवरणिका का विमोचन किया। मंत्री ने मेले को सफल बनाने के लिये विभागीय स्टालों के अलावा किसान मेले के व्यापक प्रचार व प्रसार एवं किसानों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। मंत्री ने यह भी कहा कि बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र और यहां की कृषि का विकास प्रदेश के मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथिमिकताओं में है। कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस वर्ष किसान मेले का थीम उत्तर प्रदेश की उभरती अर्थव्यवस्था में बुन्देली कृषि का योगदान रखा गया है। तीन दिवसीय किसान मेले में बुन्देलखण्ड एवं प्रदेश के कृषकों, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कृषि शोध संस्थाओं, कृषि विश्वविद्यालयों, निवेश व आदान वितरक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, कृषि व कृषि से सम्बन्धित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारीगणों की सहभागिता रहेगी। विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय के निदेशक प्रो. एनके बाजपेयी ने बताया कि श्री अन्न फसलें, प्राकृतिक खेती, एग्री र्स्टाटअप, उन्नत कृषि तकनिकियां, कृषक उत्पादक समूहों द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पाद मुख्य आर्कषण रहेगा। इस दौरान विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारीगण, प्राध्यापकगण व कृषि विभाग के मण्डल एवं जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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