15 दिन के नवजात बच्चे की बिगड़ती जा रही थी हालत
बांदा, के एस दुबे । फेसबुक में रक्तदान की अपील पढ़कर समाजसेवियों ने रक्तदान कराने में मदद की। आखिरकार 15 दिन के नवजात को ब्लड मिल गया और उसकी जान बच सकी। परिवार के लोगों ने रक्तदाता को दुआएं दीं। समाजसेवी रत्नेश गुप्ता ने बताया कि चित्रकूट जिले के खैरी गांव निवासी विनोद यादव रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में अपने 15 दिन के बच्चे की गम्भीर बीमारी का इलाज करा रहे थे। उन्हे अपने बच्चे के लिए ए-निगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी, लेकिन ए-नेगेटिव ब्लड दुर्लभ ब्लड ग्रुप में आता है। काफी प्रयास करने पर भी ब्लड नहीं मिल पा रहा था, फिर उन्होंने समाजसेवी लोकदत्त प्रजापति व वीरेन्द्र प्रजापति से फेसबुक के माध्यम से
ब्लड बैंक में रक्तदान करते चंद्रेश गुप्ता |
मदद की पोस्ट करवाई जिसे पढ़कर बलखण्डीनाका निवासी समाजसेवी रत्नेश गुप्ता ने ए-निगेटिव रक्तदाता चन्द्रेश गुप्ता से रक्तदान के लिए निवेदन किया और चन्द्रेश गुप्ता भी जरूरतमन्द बच्चे को रक्तदान के लिए तुरन्त तैयार हो गए, बच्चे के पिता भी तुरन्त आवश्यक कागज व ब्लड सैंपल लेकर जिला अस्पताल बाँदा के ब्लड बैंक में आ गए। जिला अस्पताल ब्लड बैंक में उपस्थित डॉक्टर अंकित सिंह अपनी टीम प्रमोद द्विवेदी, हरदेव विश्वकर्मा, प्रमोद यादव, अर्चना यादव, आशीष कुमार के साथ रक्तदान से संबंधित आवश्यक प्रक्रिया के लिए सक्रिय हो गए। समय से बच्चे के पिता को ब्लड का पाउच दे दिया गया। बच्चे के पिता विनोद यादव ने रक्तदाता चन्द्रेश गुप्ता, मददकर्ता समाजसेवी रत्नेश गुप्ता, समाजसेवी लोकदत्त प्रजापति, वीरेन्द्र प्रजापति और जिला अस्पताल ब्लड बैंक की टीम को तुरन्त मदद करने के लिए दुआएं दी।
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