चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । भगवान राम की तपोस्थली धर्मनगरी चित्रकूट में पौष मास सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। सोमवती अमावस्या पर कड़ाके की ठंड व खराब मौसम के बाद भी श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई असर नहीं पडा। लाखों श्रद्धालुओं ने मां मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। वहीं भगवान कामतानाथ की परिक्रमा कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सोमवार को पौष माह की सोमवती अमावस्या पर धर्मनगरी में श्रद्धालुओं का आगमन रविवार से शुरू हो गया था। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद ने मेला को आस्थामय बना दिया। रामघाट, भरतघाट, हनुमानधारा, सतीअनुसुइया व आरोग्यधाम में तड़के से ही स्नान करने वालों की भीड उमड़ी।
रामघाट में स्नान करते श्रद्धालु। |
बीते शनिवार से बारिश व घने कोहरे से ठंड में इजाफा हुआ है, लेकिन आस्थावान श्रद्धालुओं के कदम नहीं रोक पाये। सर्दी से बचाव के लिए प्रशासन ने जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की थी। मंदिरों में जलाभिषेक व भगवान कामतानाथ की परिक्रमा कर श्रद्धालुओं ने आस्था प्रकट जतायी। यूपी-एमपी प्रशासन ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए पांच जॉन व 15 सेक्टर बनाये थे। हर सेक्टर में मजिस्ट्रेट व सीओ की तैनाती थी। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। भीड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा। वहीं एसपी अरुण कुमार सिंह व एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। रामघाट, तुलसीघाट, नयापुल व अन्य प्रमुख स्थलों पर जाकर व्यवरथाओं का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिये कि श्रद्धालुओं से विनम्रता से व्यवहार करें। ठंड व खराब मौसम को नजर अंदाज करते हुए लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी आये।
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