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Monday, February 3, 2025

चित्र नहीं, चरित्र होता है पूज्यनीयः विनय कृष्ण शास्त्री

रामनगर में श्रीमद्भागवत कथा का पांचवां दिन

रामनगर/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । ब्लॉक मुख्यालय रामनगर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीनाथ अग्रहरि के आवास पर हो रही कथा में चित्रकूट से पधारे प्रख्यात कथा व्यास विनय कृष्ण शास्त्री श्रीमद्भागवत महापुराण की पावन कथा का रसपान करा रहे हैं। कथा के पांचवें दिन प्रवचन में कहा कि मनुष्य का चित्र नहीं, बल्कि उसका कर्म व चरित्र ही उसे पूज्यनीय बनाते हैं’। उन्होंने श्रीकृष्ण के जीवन-दर्शन का

श्रीमद्भागवत कथा करते विनय कृष्ण शास्त्री

उल्लेख करते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म जेल में हुआ, बचपन संघर्षों में बीता व उन्होंने मर्यादा में रहकर जीवन जीने की प्रेरणा दी। कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तृत वर्णन करते हुए माखन चोरी, पूतना वध व कालिया नाग पर विजय की कथा सुनाई। दिव्य कथा का श्रवण करने को सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।


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