चित्रकूट ब्यूरो, सुखेन्द्र अग्रहरि : जिला मुख्यालय में श्रीमद्भागवत पोथी प्रतिष्ठापना कार्यक्रम का शुभारंभ भव्य शोभा यात्रा के साथ हुआ। जिसके यजमान सोमा शुक्ला, पूर्व विधायक आंनद शुक्ला व मनीष शुक्ला दम्पति रहे। इस दौरान निकाली गई शोभा यात्रा में 251 महिलाओ ने कलश धारण किया। जिसमें वृंदावन धाम के भागवत व्यास डॉ. बृजेश कुमार पयासी रथ पर विराजमान भगवान के अर्चा विग्रह के भक्तो के साथ कथा स्थल पहुंचे। प्रथम दिन की कथा में श्रीमद्भागवत पूजन के साथ कथा व्यास डॉ. बृजेश कुमार पयासी ने श्रोताओं को समझाते हुए कहा कि वेदरूपी कल्प तरु का परिपक्व फल सुक मुख से अमृत रस का मुक्ति पर्यन्त भाऊक रसिक पान करे। उन्होंने इसे वेद रूपी कल्प तरु का श्रीमद्भागवत फल बताया, जो सुक मुख से अमृत रस से युक्त है। उन्होंने कहा कि पके हुए आम्र फल में यदि सुक चोच लगा दे तो उसका माधुर्य अलौकिक हो जाता है। कथा व्यास आचार्य बृजेश ने कहा कि
सुकदेव महराज के मुख से निकला हुआ रस इसकी मिठास का वर्णन क्या हो सकता है। इसी लिए कहते है कि पीबत भागवतं रसम्, किन्तु इसका पान कैसे होगा, फल में बीज और छिलका भी होता है। वही गुठली और छिलका रहित रस ही रस है। इस रस का मधुम मधुमई रस धारा से षडदर्शनादि समस्त अध्यात्मिक वाड्ंमय रस मय बन गया। कथा व्यास ने अपनी अमृत वाणी से सरस एवं मधुर भाषा में अमृत पान समस्त भक्तों को करवाया। उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा प्रसंगो की सटीक एवं भाव पूर्ण व्याख्या की। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख मऊ सुशीला वर्मा, दिव्या त्रिपाठी, राधा, बिनीता द्विवेदी, लक्ष्मी शुक्ला, मनोरमा जैन, नगर पंचायत राजापुर अध्यक्ष संजीव मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश, आदर्श मिश्र, विकास मिश्र, अमित मिश्रा आदि भक्तो ने कथा का रसपान किया।
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