जनता बनाम प्रशासन का ऐतिहासिक दिन
जब भीड़ ने कहा इस्तीफा दो
बडे जन आंदोलन की चेतावनी
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ गुरुवार को कलेक्ट्रेट में वह दृश्य देखने को मिला, जब आमजन अपनी पीड़ा लेकर सड़कों पर उतर आया। विनोद केसरवानी और भूपेंद्र विधायक के नेतृत्व में आयोजित धरना-प्रदर्शन ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिला अस्पताल आज मरीजों का इलाज करने की जगह केवल रिफर सेंटर बनकर रह गया है। राजाभैया सिंह चंदेल अपना दल (एस) छात्र संघ जिला अध्यक्ष, ने तंज कसते हुए कहा कि यहां कोई भी मरीज आता है तो डॉक्टर उसे ठीक करने नहीं, दूसरे जिले भेजने में तत्पर रहते हैं। इस आक्रोशित माहौल में शिवशंकर पटेल सीटू, वेद सिंह, विक्रम सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण जनता मौजूद रही। स्थिति तब विस्फोटक हुई जब जिलाधिकारी ज्ञापन लेने नहीं आए। नारों
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| कलेक्ट्रेट मे प्रदर्शन करते आम नागरिक और उमडी भीड |
से गूंजता परिसर अचानक उग्र हो उठा- डीएम साहब इस्तीफा दो- का शोर गूंजने लगा। कुछ देर को जनता और अधिकारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई। तभी जिलाधिकारी पुलकित गर्ग स्वयं बाहर आए। भीड़ के बीच हाथ जोड़कर उन्होंने कहा कि मैंने भी एक हादसे में अपने अपने खोए हैं, जनता का दर्द समझता हूं, समाधान होगा। इस संवेदनशील प्रतिक्रिया ने माहौल को शांत कर दिया। वहीं विनोद केसरवानी ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि यह भीड़ नोटों से नहीं, दर्द से आई है, अगर अब भी सुधार न हुआ, तो अगला आंदोलन इतिहास लिखेगा।
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