नाबालिग से चार लोग करा रहे थे बंधुआ मजदूरी, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
बांदा, के एस दुबे । बिछड़े किशोर से बंधुआ मजदूरी करा रहे दबंगो की चंगुल से मुक्त कराने के बाद पुलिस ने 10 साल बाद उसकी मां से मिलाया। बिछड़े बेटे को देखकर मां ने उसे सीने से लगा लिया और खूब रोई। लिखापढ़ी के बाद पुलिस ने किशोर को महिला के सुपुर्द कर दिया। वही बंधुवा मजदूरी करने वालों पर भी पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई है। ऑपरेशन मुस्कान के तहत शुक्रवार को थाना विशेष किशोर इकाई एसपीजेयू थाना मानव तस्करी रोधी पुलिस एएचटीयू,चाइल्ड हेल्पलाइन यूनिसेफ व अन्य संयुक्त टीम द्वारा 10 वर्षों से गुमशुदा नाबालिक बच्चे को उसकी मां को सुपुर्द किया गया। बालक किशन छह वर्ष की अवस्था में बच्चा अपनी मां संगीता के साथ कामदगिरी परिक्रमा पथ से 2014-15 में बिछड़ गया था। मां संगीता द्वारा काफी प्रयास किये जाने के बाद भी उसका बेटा नहीं
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| बिछड़े बेटे को उसकी मां को सौंपते एसपी पलाश बंसल। |
मिला। इधर मटौंध से महोबा जाने वाली रेलवे लाइन के किनारे बच्चे को रेलवे लाइन से जाता देखकर ट्रैकमैन द्वारा डायल 112 को सूचना दी गई। पीआरवी द्वारा पूछताछ करते के बाद बालक को महोबा पुलिस चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर भेजा दिया। बच्चे के काउन्सलिंग के दौरान बच्चे द्वारा ग्राम मऊ,थाना मर्का व बबेरु जनपद बांदा का नाम बताया गया। जिसके बाद महोबा पुलिस द्वारा बच्चे को बाल कल्याण समिति जनपद बांदा भेजा गया। पुलिस की विशेष टीमों का गठन कर बच्चे के मां की खोजने का प्रयास किए जाने लगे। थाना मरका,कोतवाली देहात,कोतवाली नगर व जनपद के अन्य थानों में बच्चे के परिजनो की खोज की गई। साथ ही जनपद चित्रकूट के भी सभी थानों व कामदगिरी परिक्रमा पथ में बांदा पुलिस द्वारा पम्पलेट आदि लगाकर खोज की जा रही थी। बच्चे द्वारा खोजबीन के दौरान यह भी बताया गया कि राजेश कुशवाह निवासी जौरही,सबल सिंह, संजय निवासी जौरही थाना कोतवाली देहात, देवेंद्र सिंह निवासी मुड़ेरा थाना मटौन्ध द्वारा अपने घर में प्रताड़ित करते हुए बंधुवा मजदूरी का कार्य कराते थे। पुलिस द्वारा मानव तस्करी रोधी ने श्रम अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष चार अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इधर पुलिस द्वारा लगातार प्रयास जा रहे थे कि कामदगिरी परिक्रमा मार्ग के आसपास के लोगो द्वारा बताया गया कि कुछ लोग मजदूरी करने गुजरात भी जाया करते है। संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गुजरात के रहने वाले लोगो से बातचीत करते हुए बच्चे की मां पता लगाने का प्रयास किया जा रहा था। करीब 06 माह के कठिन प्रयासों के बाद बच्चे की मां संगीता देवी का पता चलने पर उसको गुजरात से बांदा बुलाया गया। बच्चे को उसकी मां से मिलाया गया।बिछड़े लाल के मिलते ही माँ अपने लाल से लिपटकर खूब रोई। एसपी पलाश बंसल,एएसपी शिवराज की मौजूदगी में पुलिस टीम ने किशोर को माँ के सुपुर्द किया। बरामद करने वाली टीम में अखिलेश प्रताप सिंह प्रभारी निरीक्षक एएचटीयू/एएसजेपीयू, विजय सिंह प्रभारी निरीक्षक मानव तस्करी रोधी,रामजीत गौड़ प्रभारी निरीक्षक गुमशुदा सेल/ डीसीआरबी,राजेश कुमार सैनी मंडलीय तकनीकी सलाहकार,यूनिसेफ,आकाश यादव परियोजना समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन,शिव संपत पर्यवेक्षक चाइल्ड हेल्पलाइन,उप निरीक्षक अनिल उपाध्याय,आरक्षी प्रशांत यादव,स्वेतला मौर्य,ज्योति गुप्ता शामिल रहीं।


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