मंगलवार को अधिकतम 17 डिग्री सेल्सियस और सता डिग्री न्यूतनम रहा तापमान
कोहरे के साथ ही पछुवा हवाओं ने बढ़ाई गलन, आवागमन हुआ प्रभावि
बांदा, के एस दुबे । कोहरे की धुंध के चलते और पछुवा हवाएं चलने से मौसम ठंडा रहा। मंगलवार को तापमान 17 डिग्री अधिकतम और सात डिग्री न्यूनतम रेकार्ड किया गया। बर्फीली हवाओं की वजह से लोग ठिठुरने को मजबूर हुए। लगातार बदल रहा मौसम का मिजाज लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। शनिवार की आधी रात को कोहरे की धुंध छा जाने की वजह से आवागमन बाधित हुआ। चालक वाहनों की लाइट जलाकर आवगामन करते हुए नजर आए। इधर, सोमवार की सुबह मौसम पूरी तरह ठडा रहा। धूप न निकलने की वजह से लोग ठिठुरते नजर आए।
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| कोहरे की धुंध के बीच बांदा-कानपुर मार्ग पर लाइट जलाकर रेंगता वाहन। |
लगातार बदल रहा मौसम का मिजाज लोग नहीं समझ पा रहे हैं। सोमवार रात को आसमान पर कोहरे की धुंध छाई रहने की वजह से लोग अंदाजा लगा रहे थे कि मंगलवार को पूरा दिन कोहरा रहेगा, लेकिन सुबह होते-होते कोहरे की धुंध साफ हो गई। सुबह 10 बजे करीब गुनगुनी धूप खिलने की उम्मीद जगी, लेकिन पछुवा हवाओं के चलने की वजह से एक बार फिर से मौसम ठंडा हो गया। सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। मौसम वैज्ञानिक दिनेश शाहा के मुताबिक अधिकतम 17 डिग्री तापमान सोमवार को को रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्यियस पर टिका रहा। मंगलवार को कोहरे की धुंध छंट जाने की वजह से पूरा दिन गुनगुनी धूप खिली। लोगों ने ठंड से राहत तो महसूस की, लेकिन रह-रहकर चल रही ठंडी हवाओं के झाेंकों ने गलन में इजाफा कर दिया। गलन बढ़ने के बाद लोगों ने अलाव जलाकर किसी तरह से ठंड से अपना बचाव किया। आधी रात के बाद आसमान ने कोहरे को अपनी आगोश में ले लिया। कोहरे की धुंध की वजह से सड़क और रेल यातायात भी बाधित हो गया। रेल यातायात प्रभावित होने की वजह उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति समेत तीन ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। इससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार रात को पूरी तरह से आसमान साफ रहा। लेकिन आधी रात अचानक कोहरे की धुंध ने आसमान को अपनी आगोश में ले लिया। हालांकि सुबह होते-होते कोहरे की धुंध छंट गई। इसके बाद गुनगुनी धूप खिलने से कोहरा काफूर हो गया। कोहरे की धुंध की वजह से रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हो रहा है। कई ट्रेनें जहां विलंब से चल रही हैं, वहीं रोडवेज बसों के साथ ही अन्य प्राइवेट वाहन भी लाइट जलाकर रेंगते हुए नजर आए। तापमापी पारे की सुई भी न्यूनतम सात और अधिकतम 17 डिग्री पर टिकी हुई है। मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। दिन में गुनगुनी धूप न खिलने से शाम होते ही ठंड का असर लोगों को महसूस हुआ। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाहा ने कहा कि कुछ ही दिनों में कड़ाके की शीतलहरी होगी। उन्होंने कहा कि पछुवा हवाओं ने ठंड में इजाफा करना शुरू कर दिया है। अचानक कोहरे की धुंध आसमान पर छा जाने की वजह से और हवाओं के झोकों की वजह से मौसम ठंडा हो रहा है। ठंड से अपना बचाव करने के लिए लोग जहां गर्म कपड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं आग जलाकर बदन सेंकते नजर आ रहे हैं। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के साथ ही ठंडी हवाओं के झोंकों की वजह से कोहरे ने पिछले दो दिनों से दस्तक दे दी है। सोमवार की शाम होते ही आसमान पर कोहरे की धुंध का असर नजर आ रहा था। इसके साथ ही आधी रात को पूरी तरह से कोहरे ने सब कुछ अपनी आगोश में ले लिया। कोहरे की धुंध की वजह से 10 मीटर की दूरी पर रखी वस्तु नजर नहीं आ रही थी। हालांकि भीषण शीतलहरी के साथ ही ठंड से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। किसानों को कृषि विभाग ने भी सावधान किया है। शीतलहरी के दौरान फसलों को बचाने के लिए उपाय बताए हैं। दिसंबर माह माह खत्म होने को है और कड़ाके की ठंड पड़ने का दावा मौसम वैज्ञानिक कर रहे हैं। उनका कहना है कि जबरदस्त शीतलहरी का प्रकोप बढ़ेगा, इसके लिए लोग तैयार रहें। पिछले दिनों में कोहरे की धुंध की वजह से यातायात अव्यवस्थित है। सड़क और रेल यातायात पर बुरा असर पड़ा है। महाकौशल एक्स्रपेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के अलावा आंबेडकर नगर एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। रेलवे अधिकारियों की मानें तो कोहरे की धुंध की वजह से चालक को ट्रेन अपने स्वविवेक के मुताबिक पटरी पर दौड़ाने की हिदायत रेलवे उच्चाधिकारियों ने दी है। कृषि विभाग का कहना है कि दलहनी और तिलहनी फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। चिकित्सकों ने ठंड के मौसम में सावधानी बरतने की अपील की है।


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