अतर्रा, के एस दुबे । अधिवक्ताओं और एसडीएम अतर्रा के बीच छिड़ी सम्मान और वर्चस्व की जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। अधिवक्ता संघ जहां एसडीएम के तबादले की मांग पर अड़ा हुआ है, वहीं प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने से अधिवक्ताओं की नाराजगी बढ़ती जा रही है। हालांकि संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिले के प्रभारी जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात करके अपनी समस्या सुनाई थी और प्रभारी मंत्री ने उन्हें कार्रवाई के लिए तीन दिन की समय सीमा दी थी। अब अधिवक्ताओं का कहना है कि तय समय के अनुसार कार्रवाई न हुई तो उनका आंदोलन तेज होगा।
तहसील में अनशन पर बैठे अधिवक्ता |
बीते एक माह से अधिक समय से चल रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन लगातार 32वें दिन भी जारी रहा और 11वें दिन संघ के महासचिव नरेंद्र कुमार शुक्ला ने अशोक पांडेय, संजय तिवारी, राजेश वर्मा, शिवम सिंह, जितेंद्र प्रजापति को माला पहना कर क्रमिक अनशन पर बैठाया। उधर अधिवक्ताओं ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर समर्थन देने की मांग की है। वहीं अधिवक्ताओं का पैनल लगातार शासन स्तर पर संपर्क साध रहा है और एसडीएम के तबादले की मांग उठा रहा है। अधिवक्ताओं ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन को और तेज करने के लिए रणनीति बनाना भी शुरू कर दिया है। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम पांडेय, सुरेश गौतम, अरविंद पांडेय, मनोज श्रीवास्तव, नंदकिशोर कुशवाहा, विश्वनाथ अवस्थी, राजललन गर्ग, भागीरथ पांडेय, चंद्रभान त्रिपाठी, रामनरेश वर्मा, अवनीश तिवारी, राजकुमार पाठक, बृजमोहन सिंह राठौर, विवेक दीक्षित आदि मौजूद रहे।
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