लगातार बढ़ता जा रहा डेंगू का असर, अब तक 19 मरीज मिल चुके
डायरिया और वायर फीवर से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा
बांदा, के एस दुबे । डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। प्रतिदिन एक-दो मरीज पाजिटिव मिल रहे हैं। बुधवार को जांच के दौरान जिला अस्प्ताल कें एक महिला डेंगू पाजिटिव मिली जबकि एक महिला मरीज अतर्रा से रेफर होकर बांदा आई। दोनो डेंगू पाजिटिव मरीजों को जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर लिया गया, वहां उनका उपचार किया जा रहा है। इधर, वायरल फीवर और डायरिया समेत खांसी जुकाम से पीड़ित मरीजों की भी अस्पताल में लंबी लाइन लग रही है। जिला अस्पताल में बेड कम पड़ रहे हैं। मरीजों को बेड के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। बुधवार को जिला अस्पताल की पैथालाजी में 229 मरीजों की 1163 जांचें की गई। इसमें ओपीडी में आई महिला सीमा (28) पत्नी भइयालाल निवासी रेलवे कालोनी को डेंगू पाजिटिव पाया गया। इसके साथ ही एक मरीज माया (45) पत्नी राजाबाबू निवासी अतर्रा को अतर्रा से रेफर किया गया था। ट्रामा सेंटर पहुंचने पर पता चला कि वह महिला भी डेंगू पाजिटिव है। दोनो मरीजों को जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है। अब तक डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। वायरल फीवर का प्रकोप भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अस्पताल खुलते ही मरीजों की भीड़ लग रही है। बुखार से पीड़ित कई मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया, वहां
बेड की आस में जिला अस्पताल में भटकते मरीज |
उनका उपचार किया जा रहा है। ट्रामा सेंटर के ईएमओ डा. विनीत सचान ने कहा है कि बुखार आने पर लापरवाही न बरतें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला अस्पताल में चिकित्सीय परामर्श लेते हुए इलाज कराएं। लापरवाही जानलेवा हो सकती है। मौसम का परिवर्तन घातक साबित हो रहा है। वायरल फीवर के साथ ही सर्दी, जुकाम के अलावा वायरल फीवर भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। सुबह अस्पताल खुलने से पहले ही मरीजों की पर्चा काउंटर में भीड़ जमा हो जाती है। पर्चा बनवाने के बाद मरीज डाक्टरों के चेंबरों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। इधर, मरीजों की संख्या अधिक हो जाने के कारण उन्हें बेड भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। आलम यह है कि मरीजों को बेड के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल की पैथालाजी में तैनात कर्मचारी ने बताया कि जांच के लिए 297 मरीजों के सेंपल लिए गए। इनमें 15 सेंपल डेंगू की जांच करने के लिए लिए गए थे। उन्होने बताया कि जांच के दौरान एक महिला मरीज को डेंगू पाजिटिव पाया गया। इधर, बुधवार को 1280 मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराते हुए जिला अस्प्ताल में उपचार कराया।
बुखार होने पर क्या करें -
- - सामान्य बुखार होने पर नजदीक के राजकीय चिकित्सालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, में रक्त की जांच एवं उपचार अवश्य कराएं और कोई भी बुखार डेंगू, मलेरिया हो सकता है
- - घर के कूलर चाल्टी घड़े तथा ड्रम का पानी साप्ताहिक अन्तराल पर बदलते रहें।
- - घर के आस पास एवं गड्ढों में पानी एकत्रित न होने दे। पानी एकत्रित होने वाले स्थानों को मिट्टी से भर दे, यदि सम्भव न हो तो कुछ बूंद जले हुए मोबिल आयल को अवश्य डाल दे।
- - सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। शरीर पर मच्छर निरोधक क्रीम, नीम तथा सरसों के तेल का लेप खुले भागों पर लगायें। नीम की पत्ती का धुआं करें।
क्या न करें-
- - घर के आस पास छत पर तथा आंगन में पड़े पुराने बर्तनों टायर कूलर फूलदान, गमले में पानी इकट्ठा न होने दें। घर के आस पास कूड़ा एकत्रित न होने दें एवं सफाई पर ध्यान दें
- - घर में यदि बुखार का रोगी है तो उसे बिना मच्छरदानी के न रहने दें अथवा ऐसे कमरे में रोगी की देखभाल करें, जिसके खिड़की तथा दरवाजे पर जालियां लगी हो
- - बुखार का रोगी बिना चिकित्सक की सलाह के दवा का सेवन न करें तथा खाली पेट दवा न खाये।
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