तमाम सबूत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही
शिकायत सामने हो तो कार्यवाही करें: डीपीआरओ
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । रामनगर ब्लाक के रेरुआ गांव के शिवसम्पत सहाय ने जिलाधिकारी समेत ब्लाक के बीडीओ आदि को लिखे पत्र में कहा कि मनरेगा कर्मियों के सहयोग से कूटरचित अभिलेखों से जाबकार्ड संख्या 589 से 635 तक बाहरी लोगों व नाबालिगों तक के जाबकार्ड बनाकर एक ही परिवार के कई-कई जाबकार्ड जारी कर 18 लाख रूपये मनरेगा समतलीकरण-मेडबन्दी के नाम पर फर्जी भुगतान कर शासकीय धन का बंदरबांट किया है। रविवार को रेरुआ गांव के शिवसम्पत सहाय ने जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा कि काश्तकारों के खेतों में फसल खड़ी होने के बाद जनवरी से अब तक फर्जी मस्टररोल जारी कराकर लाखों रूपये का बंदरबांट किया है। काश्तकारों के खेतों की जीपी फोटो भी लगाई है। शासन के निर्देशानुसार मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम से मनरेगा श्रमिकों की हाजिरी चढ़ाने के आदेश है। अनियमित ढंग से मस्टर रोल भरकर
गौशाला में नहीं है एक भी गाय। |
शासकीय धन की लूट हो रही है। इंटरलाकिंग के कार्यों में मानकविहीन कार्य कराकर शासकीय धन का बंदरबांट कर बीसों लाख रुपये की सामग्री बाउचरों की फीडिंग कराई है। ग्रामीण ने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है, ताकि शासकीय धन की लूट रुक सके। इसी क्रम में मऊ तहसील के रेरुआ गांव के रामगणेश पाण्डेय ने जिलाधिकारी समेत उच्चाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा कि रामनगर ब्लाक के प्रधान व सचिव ने फर्जी अभिलेखों से लाखों के भुगतान किये हैं। उन्होंने शिकायत कर जिला पंचायत राज अधिकारी से खाता संचालन रोकने का अनुरोध तमाम साक्ष्य लगाकर 15 मार्च को किया था। साक्ष्यों पर कोई ध्यान न देने से 22 मार्च को बरम बाबा के पास हैण्डपम्प रिबोर के फर्जी बाउचर लगाकर भुगतान कर लिया है। अन्य भुगतान भी करने की तैयारी में है।
11 मार्च को हैण्डपम्प रिबोर के नाम पर प्रशासनिक मंजूरी के नाम पर 431000 रुपये निकाले। 22 मार्च को पुनः बाउचर लगाकर चरही निर्माण के नाम पर क्रमशः 49 हजार व 46 हजार रुपये निकाले हैं। दो फर्जी आर्डडी से प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति बिना धनराशि निकालकर गबन किया है। प्राथमिक विद्यालय बुधवल में रनिंग कार्य के नाम पर प्रशासनिक स्वीकृति के नाम 30 हजार रुपये निकाले हैं। रेरुआ गांव में प्रधान-सचिव भ्रष्टाचार का खुला खेल कर रहे हैं। कोई देखने-सुनने वाला नहीं है। शासकीय धन की जमकर लूट-खसोट की जा रही है। उन्होंने तमाम सबूत देते हुए कहा कि रेरुआ गांव के कार्यों की जांचकर दोषियों पर कार्यवाही की जाये। इस बारे में डीपीआरओ इन्द्रनारायण सिंह ने बताया कि शिकायत उनके सामने आये तो वे कुछ कह सकते हैं। जब शिकायत ही उनके सामने नहीं आई तो वे क्या कहें।
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