गर्मी से बचाव के लिए जतन कर रहे लोग
पानी देखते ही अटखेलियां करने लगते पशु-पक्षी
फतेहपुर, मो. शमशाद । नौतपा खत्म होने के बाद भी धूप की तेजी कम नहीं हुई है। सोमवार को भी निकली चिलचिलाती धूप ने तन झुलसा दिया। आज पारा 43 डिग्री सेल्सियस पार कर गया। दिन भर चली हीट वेव के चलते लोग बचते दिखे। इस गर्मी के मौसम में खासकर यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गर्मी से बचाव के लिए लोग जतन करते दिखाई दिए। उधर पानी देखते ही पशु व पक्षी भी अटखेलियां करते हुए दिखाई दिए। भीषण गर्मी का कहर जो बीते मई माह से शुरू हुआ था वह जून में भी जारी है। ऐसे में जनजीवन अस्त व्यस्त है और लोग गर्मी के चलते त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। कड़ी धूप ने लोगों को यह बताया कि अभी उन्हे गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है। दिन भर लोगों को चिलचिलाती धूप से जूझना पड़ा। गर्मी के कारण घर से निकलना मुश्किल रहा। बदन को झुलसाने वाली गर्मी से जनमानस कराह रहा है। ऐसे में लोग घरों में ही दुबकने के लिए मजबूर हैं हालाकि कामकाजी महिलाएं हो या फिर रोज कमाने खाने वाले मजदूर बदन को झुलसाकर मेहनत मजदूरी करते देखे गए। घर से बाहर निकली महिलाएं धूप से बचने के लिए तरह-तरह के जतन करते दिखीं। कुछ महिलाएं तो अपने शरीर को सूती कपड़ों से ढके रही तो कुछ महिलाएं कोल्ड डिंक सहित बर्फ के गोले का आनंद लेते हुए भी दिखाई दी। धूप की वजह से मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी काम करने वाले लोग मार्गों पर निकले। उधर पशु-पक्षी भी इस भीषण गर्मी से बेहाल हैं। उन्हें भी पूरा दिन पानी की दरकार रहती है। यदि मार्गों के साथ-साथ गड्ढो आदि में पानी भरा हुआ दिख जाता है तो पशु-पक्षी अटखेलियां करने से पीछे नहीं रहते हैं। यह नजारा कई स्थानों पर देखने को मिला।
फुटपाथ के पानी में अटखेलियां करते बंदर।
बिजली कटौती लगातार जारी
फतेहपुर। एक ओर जहां गर्मी अपने शबाब पर है वहीं बिजली कटौती भी लगातार की जा रही है। शहर क्षेत्र की बात की जाए तो यहां के प्रत्येक वार्ड में चौबीस घंटे में सात से आठ घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। जिसके चलते गर्मी में लोग और अधिक बेहाल नजर आ रहे हैं। इस विषय में लोगों का कहना है कि यदि विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भीषण गर्मी शुरू होने से पहले ही व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर लें तो इस समस्या से उन्हें दो-चार न होना पड़े लेकिन विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ अन्य कार्मिक सिर्फ और सिर्फ अवैध वसूली में भी मस्त रहते हैं। जिसके चलते इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है।
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