मऊ (चित्रकूट), सुखेन्द्र अग्रहरि । शंकर भगवान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शुक्रवार को नशा मुक्ति एवं दहेज प्रथा पर आधारित संगोष्ठी हुई। कार्यक्रम की शुरुआत छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ की। इसके बाद महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ कविता मिश्रा एवं अरविंद कुमार जाटव ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संगोष्ठी में प्राचार्या ने दहेज प्रथा को समाज की एक घातक कुरीति बताते हुए कहा कि इसे समाप्त करने को हर व्यक्ति को संकल्प लेना होगा। वहीं, अरविंद कुमार जाटव ने नशे को समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बताया और कहा कि युवाओं को इससे दूर रहना चाहिए। सभी से नशा मुक्ति के लिए
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शपथ लेते छात्र |
जागरूकता फैलाने और इसके दुष्प्रभावों से लोगों को अवगत कराने की अपील की। कार्यक्रम में दहेज प्रथा विषय पर बलराम वर्मा (बीए तृतीय वर्ष), शगुन सिंह (बीए प्रथम वर्ष) ने अपने विचार रखे, जबकि नशा मुक्ति पर अन्नू देवी (बीए द्वितीय वर्ष), मंजूषा देवी (बीए तृतीय वर्ष), राधा देवी (बीए तृतीय वर्ष), स्वीटी तिवारी, मधु निषाद, श्वेता देवी, स्वाती सिंह ने अपनी बात रखी। इस मौके पर महाविद्यालय के अध्यापकगण आशुतोष मिश्रा, प्रकाश मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, शैलेश, शिवधीरज, हिमांशु, कंचन सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
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