जिला विधिक सेवा सचिव का औचक निरीक्षण
भीषण गर्मी में वृद्धों पर दोहरी मार
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । विनायकपुर कर्वी के वृद्धाश्रम में उस समय हड़कंप मच गया जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव श्रीमती वर्णिका शुक्ला ने औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की हकीकत परखी। यह निरीक्षण उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के एक्शन प्लान एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राकेश कुमार त्रिपाठी के निर्देश में किया गया, जिसमें एक के बाद एक चौंकाने वाली लापरवाहियां उजागर हुईं। सचिव ने जब स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन किया गया तो उसमें दर्ज सामग्री व वास्तविक उपलब्ध सामग्री में भारी अंतर पाया गया, जिससे घोर अनियमितता की बू आने लगी। वहीं वृद्धाश्रम के पंजी में निरीक्षण की तिथि तक कोई भी प्रविष्टि दर्ज नहीं थी, जो प्रबंधन की घोर उदासीनता को दर्शाता है।
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| वृद्धाश्रम के रजिस्टर का निरीक्षण करती सचिव श्रीमती वर्णिका शुक्ला |
निरीक्षण में पाया गया कि वृद्धाश्रम में लगे दो फ्रीजरों में से केवल एक ही कार्यशील है, जबकि एक पूरी तरह खराब पड़ा था। साथ ही वाटर कूलर भी बंद अवस्था में मिला, जिससे इन भीषण गर्मियों में बुजुर्गों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सचिव ने संस्था प्रबंधक को तत्काल मरम्मत कराने व सुविधाएं बहाल करने के निर्देश दिए। जब सचिव श्रीमती शुक्ला ने वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं पूछीं तो कुछ संवासियों ने बताया कि उनके पास वरिष्ठ नागरिक पहचान पत्र (सीनियर सिटीजन कार्ड) नहीं हैं और बीमार होने पर इलाज के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं होता। इस पर सचिव ने संबंधित संस्था प्रभारी को निर्देश दिए कि कार्ड की व्यवस्था कराई जाए और स्वास्थ्य आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। सचिव ने साफ किया कि वृद्धजनों की उपेक्षा अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि आगे भी ऐसी लापरवाहियां पाई गईं तो जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


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